स्विगी ने 380 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला
दिल्ली. स्टार्टअप कंपनियों का बुरा दौर लगातार जारी है. लगातार स्टार्टअप और टेक कंपनियां छंटनी कर रही हैं. इसी कड़ी में अब नया नाम फूड डिलीवरी करने वाली कंपनी स्विगी (Swiggy) का जुड़ गया है. दरअसल, कंपनी ने अपने 380 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है.
कंपनी के प्रवक्ता ने शुक्रवार को बताया कि वेंचर फंडिंग मार्केट की मुश्किलों को देखते हुए बिजनेस को व्यवस्थित करने के लिए यह कदम उठाया गया है. कंपनी के कर्मचारियों को नौकरी से निकाले जाने की जानकारी 20 जनवरी को एक टाउन हॉल (बड़ी मीटिंग) में दी गई.
ओवरहायरिंग के चलते करनी पड़ी छंटनी
पीटीआई के मुताबिक, स्विगी के सीईओ श्रीहर्ष मजेटी ने कहा कि ”यह जरूरत से ज्यादा लोगों को नियुक्त करने के गलत फैसले का परिणाम है. हमें बेहतर करना चाहिए था.”
कंपनी के को-फाउंडर और सीईओ ने एक आंतरिक मेल भेजकर प्रभावित कर्मचारियों से मांफी भी मांगी और कहा कि सभी विकल्पों पर विचार करने के बाद यह बहुत मुश्किल फैसला किया गया है. उन्होंने कहा कि कंपनी की ग्रोथ रेट कंपनी के लक्ष्यों के विपरीत धीमी है.
कर्मचारी सहयोग योजना के तौर पर स्विगी ने प्रभावित कर्मचारियों के कार्यकाल और श्रेणी के आधार पर 3 से 6 महीने तक नकदी देने का प्रस्ताव है. इसमें प्रभावित कर्मियों को तीन महीने तक वेतन या नौकरी से निकाले जाने से पहले समय पर सूचना और नौकरी पूरा करने के हर साल के लिए 15 दिन की अनुग्रह राशि के साथ-साथ शेष बची ईएल (वैसी छुट्टियां जिसके पैसे मिलते हैं) का भुगतान किया जा सकता है.