अयोध्या में डीएम आवास के बोर्ड का रंग अचानक भगवा से हरा हुआ, जानें क्या है वजह
अयोध्या: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर जारी सियासी घमासान के बीच अयोध्या में जिलाधिकारी नीतीश कुमार के आवास के बोर्ड का रंग बदल दिया गया है. जिलाधिकारी का यह बोर्ड जहां पहले भगवा हुआ करता था और आज अचानक बोर्ड को हरा कर दिया गया. दरअसल, डीएम आवास इस समय अस्थाई रूप से पीडब्ल्यूडी के गेस्ट हाउस में शिफ्ट हो गया है, क्योंकि डीएम आवास जर्जर हो जाने कारण उसकी मरम्मत हो रही है. लेकिन यहां जानने वाली बात होगी कि जिस समय डीएम आवास पीडब्ल्यूडी के गेस्ट हाउस में शिफ्ट हुआ, उस समय बोर्ड का रंग भगवा रखा गया था लेकिन अचानक ऐसा क्या हुआ कि बोर्ड का रंग बदल कर हरा कर दिया गया. इसे लेकर कई तरह की अटकलबाजियां हो रही हैं.
बोर्ड के रंग बदलने को लेकर डीएम नीतीश कुमार ने न्यूज़ को फोन पर बताया कि हमारा आवास इस समय पीडब्ल्यूडी के गेस्ट हाउस में अस्थाई रूप से है, जिसका बोर्ड अचानक पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने हरा रंग कर दिया. डीएम ने आगे सफाई देते हुए बताया कि पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के द्वारा बताया गया कि उनके बोर्ड का रंग पहले से हरा होता था, इसलिए फिर से हरा कर दिया गया.
भले ही इस मसले पर डीएम ने सफाई दे दी, मगर अब सवाल यह उठता है कि ऐसे नाजुक वक्त में जब प्रदेश में चुनाव चल रहे हों, अभी दो चरण मतदान के बाकी हैं, ऐसे में डीएम आवास के बोर्ड का रंग बदलना कितना जायज था, या फिर इसके मायने यह निकाले जाएं कि क्या जिला प्रशासन को अंदेशा है कि योगी सरकार जा रही है और अखिलेश सरकार आ रही है. ऐसा इसलिए क्योंकि योगी सरकार का रंग भगवा और अखिलेश सरकार का रंग हरा माना जाता है.
हालांकि, डीएम नीतीश कुमार पशोपेश की अवस्था में हैं और इसके लिए पीडब्ल्यूडी को ही जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. सवाल यह उठता है कि ऐसे नाजुक वक्त में पीडब्ल्यूडी विभाग ने ऐसा कदम क्यों उठाया. ऐसे कदम को चुनाव आयोग भी संज्ञान में ले सकता है. इस बीच समाजवादी पार्टी के खेमे में खुशियां भी दिखाई दे रही हैं. हालांकि कोई बोलने को तैयार नहीं है मगर उनके चेहरे बता रहे हैं कि जब जिला प्रशासन को लग रहा है कि अखिलेश सरकार आ रही है तो वे भी मानकर चल रहे हैं कि प्रदेश में अब अखिलेश सरकार बनने जा रही है. हालांकि, जनता का जनादेश किसके पक्ष में होगा, यह तो 10 मार्च को ही पता चलेगा.