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मुरादाबाद में 5 छात्राओं को रौंदने वाले 3 रईसजादे अरेस्ट

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मैं हॉस्पिटल में हूं। मुझे अभी भी खुद के जिंदा होने पर यकीन नहीं। मैं कार की टक्कर के बाद हवा में उछल गई। फिर धड़ाम से कार के बोनट पर गिरी। मेरे पैर आगे फंसे थे। इसके बाद भी उन लड़कों ने कार नहीं रोकी।

मैं चीखती रही, लेकिन लड़कों ने कार नहीं रोकी…। करीब 500 मीटर तक मुझे बोनट पर फंसे फंसे घसीटा। हर पल मौत नजर आ रही थी। मैं किसी तरह बोनट को कसकर पकड़ने की कोशिश कर रही थी। डर था कि अगर बोनट से छूटी तो सीधे नीचे गिरकर कार से कुचली जाऊंगी। ये जीवनभर डराने वाला अनुभव है।

ये दर्द है मुरादाबाद में 12वीं की उन 6 छात्राओं में शामिल सानवी भंडूला का, जिन्हें रईसजादों ने कार से कुचला। हॉस्पिटल के बेड पर लेटे-लेटे वह सिहर उठती है। कहती हैं- पता नहीं कैसे बच गई हूं। मेरी 2 सहेलियां अभी ICU में हैं। पता नहीं वो कैसी होंगी।

मुरादाबाद पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि 2 फरार है। अस्पताल में भर्ती छात्राओं की स्थिति कैसी है? परिजनों की शिकायत में क्या है? आरोपी क्या करते हैं, उनका फैमिली बैकग्राउंड। ये जानने के लिए दैनिक भास्कर की टीम ने घायल छात्राओं से बात की।

सिविल लाइंस में रामगंगा विहार हाईस्ट्रीट एरिया में आनंदम कालोनी के सामने शुक्रवार को बलेनो सवार 5 लड़कों ने 6 स्कूली छात्राओं को कुचल दिया। कार की स्पीड 100 से भी ज्यादा थी। CCTV में दिख रहा है कि हादसे में छात्राएं कई मीटर तक हवा में उछलकर सड़क पर गिरीं।

इनमें से एक बोनट पर काफी दूर तक घिसटती गई। राहगीरों ने कार को दौड़कर रोका। तभी 4 युवक कार से उतरकर भाग गए। कार चला रहे युवक को लोगों ने पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। एक आरोपी के पिता बड़े कपड़ा कारोबारी हैं।

सभी 6 छात्राएं घायल हैं। इनमें से 5 को शहर के हरिद्वार हाईवे स्थित विवेकानंद अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 2 छात्राएं सीरियस हेड इंजरी की वजह से ICU में एडमिट हैं। पुलिस ने मामले में कार सवार 5 युवकों के खिलाफ छेड़खानी और हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया है। 3 युवक पुलिस की हिरासत में हैं। जिन्हें शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया। सानवी भंडूला ने बताया- मैं शिरडी साईं स्कूल की 12वीं की छात्रा हूं। शहर के पॉश एरिया वेव ग्रीन्स में रहती हूं। स्कूल के लास्ट डे पर स्टूडेंट्स स्क्रिबल डे मनाते हैं। मैं और मेरी सहेलियों ने भी तय किया कि स्क्रिबल डे मनाएंगे। स्कूल में तो टीचर्स टोकाटाकी करते हैं। इसलिए हम अपने पेरेंट्स से परमिशन लेकर हाई स्ट्रीट पहुंचे थे।

हमारे पास अपनी कार और ड्राइवर भी था। कार पार्क करके हम हाई स्ट्रीट के पास ही वॉक कर रहे थे। सोचा था यहीं फूड कोर्ट पर दोस्तों के साथ खाएंगे-पिएंगे और मस्ती करके इस दिन को यादगार बनाएंगे। हम 6 सहेलियां थीं। हमारे साथ हमारी ही क्लास के 4 लड़के भी थे। फूड कोर्ट पर कुछ खाने-पीने के बाद हम लोग स्केच से एक दूसरी की यूनिफॉर्म पर मेमोरीज लिख रहे थे।

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