राम मंदिर पर 42 फीट ऊंचा धर्म ध्वज दंड लगाया, 7 महीने में 60 कारीगरों ने तैयार किया
अयोध्या के राम मंदिर के शिखर पर 42 फीट ऊंचा धर्म ध्वजदंड लगाया गया है। अब दंड के सबसे ऊपरी हिस्से पर ध्वज लगाया जाएगा। राम मंदिर ट्रस्ट के मुताबिक, मंदिर का शिखर 161 फीट ऊंचा है।
ध्वज लगने के बाद मंदिर की ऊंचाई 203 फीट होगी। ध्वजदंड का वजन 5.5 टन है और यह पीतल (ब्रास) से बना है। इसकी आयु करीब 100 साल है। इसे 60 कारीगरों ने 7 महीने में तैयार किया।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने बताया- मंगलवार सुबह साढ़े 6 बजे, 160 फीट की ऊंचाई पर शिखर के पास इंजीनियर ऊपर चढ़कर मौजूद रहे। यहां 2 क्रेनों की मदद से ध्वजदंड को ट्रॉले के ऊपर से उठाया गया। धीरे-धीरे उसे वर्टिकल खड़ा किया गया, फिर क्रेन की सहायता से मुख्य शिखर पर स्थापित किया गया। यह प्रक्रिया सुबह 8 बजे तक चली।
इससे पहले, अयोध्या में 14 अप्रैल को सुबह राम मंदिर के मुख्य शिखर पर कलश की स्थापना की गई। कलश की पहले पूजा की गई। इसके बाद वैदिक मंत्रोच्चार और हवन-पूजन के साथ इसे मुख्य शिखर पर रखा गया।
मंदिर के परकोटे में मूर्तियां स्थापित होंगी राम मंदिर के 800 मीटर लंबे परकोटे में बने 6 मंदिरों का निर्माण पूरा हो चुका है। इन मंदिरों में मूर्तियों को स्थापित करने की प्रक्रिया 30 अप्रैल अक्षय तृतीया से शुरू होगी। इसके लिए सभी मंदिरों में सफेद संगमरमर से बने 2 फीट ऊंचे सिंहासन भी तैयार कर दिए गए हैं।
10 एकड़ भूमि पर शू रैक बनेगा राम मंदिर परिसर में ही 10 एकड़ भूमि में शू रैक बनेगा। इसमें लगभग 62 काउंटर समान रखने के लिए होंगे। 10 एकड़ में ही साधना स्थल बनाया जाएगा, जिसमें श्रद्धालु पूजा-पाठ कर सकेंगे। कुबेर टीला और साधना स्थल तक हरियाली होगी।