आगरा : रामजीलाल सुमन से धक्का-मुक्की, घर के बाहर पुलिस से झड़प
आगरा से सपाइयों के गिजौली गांव जाने से पहले पुलिस ने सख्ती कर दी। मंगलवार सुबक सपा सांसद रामजीलाल सुमन को पुलिस ने हाउस अरेस्ट कर लिया। इसके साथ ही करीब 100 से अधिक पुलिसकर्मियों ने बैरिकेडिंग लगाकर समर्थकों को रोक दिया।
जैसे ही रामजी लाल सुमन घर से बाहर निकले उनकी पुलिस से तीखी झड़प हुई। साथ ही पुलिस से धक्का-मुक्की हुई। सपा सांसद ने कहा -5 मिनट में पुलिस कमिश्नर से बात कराओ कि अब तक गिजौली मामले में पुलिस ने क्या करवाई की है। मैं यहीं कुर्सी लगाकर बैठा हूं।
एटा सांसद देवेश शाक्य ने कहा-गिजौली में दलितों के साथ अन्याय हुआ है। गिजौली ही नहीं, पूरे प्रदेश में जिस तरह से दलितों पर उत्पीड़न किया जा रहा है, हम हर उस व्यक्ति के साथ खड़े हैं जो पीड़ित और शोषित है।
बता दें सुमन के नेतृत्व में सपा के 17 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को आज खंदौली के गिजौली जाना था। गिजौली में दो पक्षों के बीच हुए विवाद में समझौता हो चुका है।
वहीं डीसीपी पश्चिम जोन अतुल शर्मा ने वीडियो मैसेज जारी कर गिजौली जाकर शांति व्यवस्था भंग करने पर कार्रवाई की चेतावनी दी है।
थाना मलपुरा की ओर से पूर्व जिलाध्यक्ष रामगोपाल बघेल को दिए नोटिस में कहा है-आपके और आपके सहयोगियों ने बिना किसी शासकीय अनुमति के पुलिस कमिश्नरेट में धरना-प्रदर्शन, पुतला दहन व घेराव आदि किया जा सकता है। ऐसे में शांति व्यवस्था भंग हो सकती है।
गिजौली का पूरा मामला पढ़िए…
गिजौली गांव में मामूली कहासुनी के बाद दो पक्षों में मारपीट हुई। इसके बाद हालात तनावपूर्ण बन गए। इसमें एक व्यक्ति घायल हुआ। पीड़ित पक्ष की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया और 5 आरोपी को जेल भेजा।
लेकिन गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस पिकैट तैनात कर दी। 13 सितंबर को 8 लोगों के खिलाफ दो केस दर्ज किए थे। पहला केस घायल रामसेवक के भाई राजकुमार की तहरीर पर लाखन, अजीत, ओमवीर और बलवीर के खिलाफ दर्ज हुआ। दूसरा केस 14 सितंबर को देवेंद्र की तहरीर पर गजेंद्र, हरेंद्र, हरीबाबू और हरीश के खिलाफ लिखा गया।
इस मामले में चौकी प्रभारी टोल अनुराग को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। इस मामले में पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार पहले ही कह चुके हैं-कानून-व्यवस्था से समझौता किसी कीमत पर स्वीकार नहीं होगा। पुलिस की प्राथमिकता पीड़ितों को न्याय दिलाना और गांव में शांति बहाल करना है।