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अलीगढ़ : 50 परिवारों को ईसाई बनने से रोका, गार्गी कन्या गुरुकुल में हुआ स्वागत यज्ञ

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अलीगढ़ में सनातन धर्म को छोड़कर ईसाई बनने जा रहे 50 परिवारों को समझाया गया। वैदिक मंत्रों और हवन उच्चारण के बीच इन परिवारों को सनातन धर्म और संस्कृति के बारे में बताया गया। इसके बाद परिवारों ने संकल्प लिया, वह कभी किसी अन्य धर्म के लोगों के बहकावे में नहीं आएंगे।

इगलास के कन्या गार्गी गुरुकुल और अग्नि समाज के तत्वावधान में चलाए जा रहे स्वागत यज्ञ में शामिल होकर शराब और मांस का सेवन न करने का संकल्प लिया। यह कार्यक्रम गसंच लाधौली में हुआ। सनातन धर्म का प्रचार प्रसार करने के मामले में सीएम कार्यालय से भी गुरुकुल फोन पहुंचा और जानकारी की। इसके अलावा पुलिस भी जांच करने पहुंची थी।

सनानत धर्म में वापसी करने वाले परिवारों ने हवन में शामिल होकर आहुतियां डाली और खुद को पवित्र किया। इसके साथ ही संकल्प लिया कि वह शराब, मांसाहार, अश्लील सामग्री, जातिवाद जैसी चीजों से दूर रहेंगे। सभी ने सनातन धर्म की जय-जयकार की। गार्गी कन्या गुरुकुल की आचार्य मनु आर्या ने बताया कि इन परिवारों को धोखाधड़ी और गुमराह करके ईसाई बनाया गया था। जिसके बाद यह परिवार प्रार्थना सभाओं में जाने लगे थे और सनातन धर्म से दूर हो गए थे। अब यह सभी परिवार सनातन धर्म के साथ दुबारा जुड़े हैं और इन्होंने संकल्प लिया है कि यह ऐसे भटके हुए लोगों को समझाएंगे। आचार्य मनु आर्य ने बताया कि गार्गी कन्या गुरुकुल इगलास में बेटियों की शिक्षा के लिए संचालित है। इसके साथ ही गुरुकुल अग्नि समाज के साथ मिलकर भटके हुए लोगों की घर वापसी के लिए भी पूरे प्रदेश में मुहिम चला रहा है। क्योंकि मिशनरी समाज के लोग अन्य धर्मों के भोलेभाले लोगों को गुमराह करके उनका धर्म परिवर्तन कराते हैं।

उन्होंने बताया कि अग्नि समाज की स्थापना आईआईटी से इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले संजीव नेवर ने की है। इंजीनियरिंग के साथ ही संजीवन नेवर वैदिक विद्वान भी हैं और आध्यात्मिक सशक्तिकरण के लिए काम कर रहे हैं। इससे पहले दोनों संस्थाओं ने मिलकर मेरठ में भी 50 परिवारों की दुबारा सनातन धर्म में वापसी कराई थी।

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