अलीगढ़ : बॉयफ्रेंड की हत्या कराने वाली महामंडलेश्वर गिरफ्तार
बॉयफ्रेंड की हत्या की आरोपी पूर्व महामंडलेश्वर डॉ अन्नपूर्णा भारती उर्फ पूजा शकुन पांडेय को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उसे शुक्रवार रात राजस्थान के भरतपुर जिले के जयपुर हाईवे से पकड़ा गया। पूजा बस में सवार होकर जा रही थी। अलीगढ़ कोर्ट ने पूजा को 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।
अलीगढ़ में 26 सितंबर को टीवीएस बाइक शोरूम मालिक अभिषेक गुप्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद से ही पूजा फरार थी। वह भेष बदलकर रह रही थी। पुलिस ने उस पर 50 हजार का इनाम रखा था। NBW वारंट भी जारी किया था। अभिषेक की हत्या के 14 दिन बाद पूजा की गिरफ्तारी हुई है।
खुद को महामंडलेश्वर बताने वाली पूजा निरंजनी अखाड़े से निष्कासित की जा चुकी है। प्रयागराज के श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी ने अन्नपूर्णा भारती उर्फ पूजा को 4 अक्टूबर को निष्कासित किया था। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रवींद्र पुरी ने कहा था- महिला साध्वी का कृत्य सनातन परंपरा के खिलाफ है। अभिषेक गुप्ता (25) हाथरस के सिकंदराराऊ के गांव कचौरा के रहने वाले थे। उन्होंने 25 अगस्त को अलीगढ़ के खैर में टीवीएस बाइक का शोरूम खोला था। उनके पिता नीरज गुप्ता आढ़त का काम करते थे। शुक्रवार, 26 सितंबर को अभिषेक के पिता नीरज और चचेरा भाई जीतू अलीगढ़ आए थे।
रात में शोरूम बंद करने के बाद तीनों अपने गांव के लिए निकले। खैर से वह रात करीब 9.30 बजे खेरेश्वर मंदिर चौराहे पहुंचे। यहां से हाथरस की बस में बैठ रहे थे। पिता नीरज और भाई जीतू बस में चढ़ गए थे। अभिषेक बस में चढ़ ही रहे थे कि पीछे से बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी। पिता की शिकायत पर पुलिस ने पूजा के पति को हिरासत में लेने के बाद जेल भेज दिया था।
1 अक्टूबर को पुलिस ने हत्या मामले में गोंडा रोड नींवरी निवासी मोहम्मद फजल को अरेस्ट किया। पूछताछ में उसने बताया- लगभग डेढ़ महीने पहले उसकी कथित महामंडलेश्वर डॉ. अन्नपूर्णा भारती उर्फ पूजा शकुन पांडेय और उसके पति अशोक पांडेय से मुलाकात हुई थी।
दोनों ने अभिषेक की फोटो दिखाकर उसे खत्म करने की बात कही थी। मैंने अपने गांव के ही आसिफ को मामले में शामिल किया। सौदा 3 लाख रुपए में तय हुआ। अशोक ने हम लोगों को एडवांस के तौर पर 1 लाख रुपए दिए थे। इसके बाद हम लोगों ने तमंचे से गोली मारकर उसकी हत्या कर दी।
पुलिस ने 3 अक्टूबर को अभिषेक को गोली मारने वाले आसिफ को दिल्ली-कानपुर के पास एक गांव से गिरफ्तार कर लिया। वह यूपी छोड़कर भागने की फिराक में था। क्रिमिनल इंटेलिजेंस और सर्विलांस की टीम की मदद से उसे पकड़ा गया। आरोपी ने अभिषेक की हत्या करने की बात कबूल की है। पूजा की अपने पिता के गांव कचौरा में पैतृक जमीन थी। इस जमीन में पूजा को भी हिस्सा मिला। उसने 2012-13 में इस जमीन पर मकान बनवाया। इस मकान का नाम ‘श्रीराम भवन’ रखा। अभिषेक की मां गांव की होने नाते इस मकान की देखरेख करती थीं।
पूजा जब भी गांव जाती, तो अभिषेक के परिवार से मिलती। अभिषेक को पढ़ाने के नाम पर पूजा उसे अपने साथ लेकर अलीगढ़ आ गई। पढ़ाई के दौरान अभिषेक प्राइवेट जॉब करने लगा। इस दौरान वह पूजा के साथ बी. दास कंपाउंड में उसके ही मकान में साथ रहता था।
अभिषेक लगभग 9 साल तक अलीगढ़ में पूजा के साथ रहा। पूजा और अशोक के सारे कामकाज अभिषेक ही देखता था। लेकिन, 6 महीने पहले अभिषेक और पूजा के बीच अनबन हो गई। अभिषेक ने पूजा और अशोक से दूरी बना ली। बाद में अभिषेक ने टीवीएस बाइक का शोरूम खोल लिया।
हत्याकांड के 3 आरोपी पहले से गिरफ्तार अभिषेक हत्याकांड में शामिल 3 आरोपियों को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी थी। वहीं हत्या की साजिश रचने वाली मुख्य आरोपी पूजा शकुन पांडेय अभी तक फरार थी। उस पर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था। पूजा और अशोक पर अलीगढ़ के अलग-अलग थानों में 6 मामले पहले से दर्ज थे। इनमें ज्यादातर गैर समुदाय पर टिप्पणी और मुस्लिम विरोधी बातें बोलने के मामले हैं।