अलीगढ़ : नेशनल हाईवे 3.15 घंटे रहा जाम, इंस्पेक्टर के सस्पेंड होने पर माने
अलीगढ़ में बुधवार को जमकर हंगामा हुआ। ग्रामीणों को खेत में गोवंश के अवशेष मिले थे, जिसके बाद उनका गुस्सा फूट पड़ा था। पशुओं के अवशेष लेकर ग्रामीण नेशनल हाईवे पर पहुंच गए और रोड पर जाम लगा दिया। हाईवे पर दोनों तरफ वाहनों की लंबी लाइनें लग गई।
हंगामे और हाईवे जाम की सूचना पर एसपी सिटी मृगांग शेखर पाठक, एसडीएम विनीत, सीओ गभाना अशोक तोमर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की, लेकिन ग्रामीण नहीं माने। जिसके बाद एसएसपी संजीव सुमन ने मौके पर पहुंचकर लोगों से बातचीत की और गभाना थाना प्रभारी को सस्पेंड किया। इसके बाद लोग शांत हुए और जाम खोला।
गभाना के गांव सुमेरपुर में ग्रामीणों को सुबह 7 गोवंशों के कटे हुए अवशेष मिले थे। सुबह जब गांव के लोग खेतों की ओर पहुंचे तो उन्हें कटे हुए सिर, उतरी हुई खाल और अन्य चीजें मिली। गोवंश के अवशेष देखकर ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा और देखते ही देखते भीड़ जमा हो गई।
गुस्साए लोगों ने पहले नारेबाजी की और इसके बाद हाईवे पर पहुंच गए। ग्रामीणों का आरोप था कि तीन दिन के अंदर यह दूसरी घटना है। पुलिस को सूचना देने के बाद भी कार्रवाई नहीं हो रही है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि थाने और चौकी की मिली भगत से यह हो रहा है। इसी के विरोध में उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया। ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद और गोमाता के हत्यारों को गोली मारो सालों को जैसे नारे लगाने शुरू कर दिए। एसपी सिटी और एसएसपी के सामने नारेबाजी करने से भी ग्रामीण पीछे नहीं हटे और पुलिस मुर्दाबाद के नारे लगाते रहे। जाम सुबह 9:30 बजे लगा दिया गया था।
एसपी सिटी लोगों को समझाने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन लोग उनकी सुन नहीं रहे थे। जब एसएसपी संजीव सुमन पहुंचे तो लोगों ने थाना प्रभारी समेत चौकी इंचार्ज और कुछ अन्य पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की मांग की। लोगों के हंगामे को देखते हुए एसएसपी ने मौके पर ही इंस्पेक्टर गभाना के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें सस्पेंड किया और आरोपियों के खिलाफ एफआईआर के निर्देश दिए।
एसएसपी संजीव सुमन ने बताया कि गोकशी के मामले में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है और थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है। इस घटना में जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।