सुल्तानपुर डकैती में अनुज सिंह का एनकाउंटर, उन्नाव में STF ने ढेर किया
सुल्तानपुर डकैती में STF ने एक और एनकाउंटर किया है। STF ने सोमवार तड़के 1 लाख के इनामी अनुज प्रताप सिंह को उन्नाव में मार गिराया। STF ने अनुज को घेरा, तो उसने फायरिंग कर दी। जवाबी फायरिंग में STF की गोली उसके सिर में लग गई। उसे जिला अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
दोपहर में तीन डॉक्टरों के पैनल ने अनुज सिंह के शव का करीब डेढ़ घंटे पोस्टमॉर्टम किया। इसमें डॉ. आशुतोष वार्ष्णेय, डॉ. रवि सचान और डॉ. संकल्प गुप्ता शामिल रहे। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार, अनुज को 10-12 मीटर दूर से गोली मारी गई है। दाहिनी कनपटी पर लगी गोली बाईं ओर निकल गई। गोली 9MM पिस्टल से चलने की संभावना है। X-RAY रिपोर्ट में सिर में गोली लगने की पुष्टि हुई थी।
25 साल का अनुज अमेठी का रहने वाला था। ज्वेलरी शॉप में तमंचा लेकर लूट करते हुए अनुज का सीसीटीवी DGP ने जारी किया था। सुल्तानपुर डकैती कांड में यह दूसरा बदमाश है, जिसे मारा गया है। STF ने 5 सितंबर को सुल्तानपुर में मंगेश यादव को भी मार गिराया था। मंगेश के एनकाउंटर पर खूब सियासत हुई। अखिलेश यादव से लेकर राहुल गांधी तक ने सवाल उठाए थे।
सुल्तानपुर में भरतजी ज्वेलर्स शॉप पर 28 अगस्त को दिनदहाड़े डकैती हुई। बदमाश 1 करोड़ 35 लाख की ज्वेलरी लूट ले गए। इसमें अब तक मंगेश यादव और अनुज सिंह एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं। 3 बदमाशों को पैर में गोली मारकर पकड़ा गया है। 4 आरोपी और गिरफ्तार हुए हैं, जबकि अभी 3 फरार हैं।
बदमाश का एक साथी मौके से भागा ASP उन्नाव अखिलेश सिंह ने बताया- सूचना मिली थी कि सुल्तानपुर डकैती का आरोपी अनुज उन्नाव में छिपा है। STF के साथ आरोपी की तलाश शुरू की गई। मुखबिर को सक्रिय किया गया। अचलगंज क्षेत्र में मुठभेड़ हुई। आरोपी ने खुद को घिरता देखकर टीम पर गोली चलानी शुरू कर दी। जवाबी फायरिंग में उसके सिर में गोली लग गई। मुठभेड़ में एक बदमाश घायल हुआ। दूसरा अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गया।
STF सूत्रों ने बताया कि अनुज डकैती कांड के बाद से फरार था और लगातार अपनी लोकेशन बदल रहा था। STF उसकी तलाश में लगी हुई थी। रविवार को उसकी लोकेशन उन्नाव में मिली, जिसके बाद टीम सक्रिय हो गई।
अनुज सिंह अमेठी के मोहनगंज थाना क्षेत्र के जनापुर गांव का रहने वाला था। अनुज के पिता धर्मराज सिंह गांव में राशन का कोटा चलाते हैं। वह अनुज का शव लेने उन्नाव पहुंचे हैं। उन्होंने कहा- मुझे प्रताड़ित न किया जाए। अगर एनकाउंटर फर्जी है, तो मेरे बेटे को जिंदा करके लाइए।
कल पुलिस वाले आए थे। मुझसे पूछा कि अनुज कहां है? मैंने बताया कि सर, उसका कोई पता नहीं है। डकैती के बाद पुलिस ने मुझे 16 दिन कस्टडी में रखा था। आज सुबह गांव के प्रधान घर आए। उन्होंने बताया- बेटे का एनकाउंटर हो गया।
लोकल पुलिस ने 2-3 घंटे बाद सूचना दी। सरकार की मर्जी है, चाहे जो करे। हम क्या कह सकते हैं। हमारे बेटे का एनकाउंटर हो गया। जिंदगी तबाह हो गई। हमें कुछ नहीं कहना। 25 मई को बेटा सूरत से घर आया था। 4 जून को वापस चला गया था।
इधर, इलाहाबाद हाईकोर्ट के वकील डॉ. गजेंद्र सिंह यादव ने अनुज सिंह एनकाउंटर का मामला NHRC में दर्ज कराया है। कहा है- बढ़ते एनकाउंटर पर रोक को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में PIL दाखिल करेंगे।