आजमगढ़ : राष्ट्रीय लोक अदालत में 99884 मुकदमों का निस्तारण
आजमगढ़ में दीवानी न्यायालय परिसर में शनिवार को आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 99884 मुकदमों का निस्तारण किया गया। इससे पूर्व जिला जज जय प्रकाश पांडेय ने हाल ऑफ जस्टिस में देवी सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण तथा दीप प्रज्वलित करके लोक अदालत की विधिवत शुरुआत की। इस अवसर पर उपस्थित अधिकारियों, वादकारियों को संबोधित करते हुए जिला जज ने कहा कि लोक अदालत आम आदमी के लिए उपलब्ध एक महत्वपूर्ण वैकल्पिक विवाद समाधान तंत्र है।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव अंकित वर्मा ने बताया कि इस लोक अदालत में खास बात यह रही कि 50 दंपतियों ने आपसी मतभेद खत्म कर एक बार फिर से साथ रहना स्वीकार किया। इस लोक अदालत में जिला जज जय प्रकाश पांडेय ने कुल दो मुकदमों का निस्तारण किया। मोटर दुर्घटना अधिकरण की जज वंदना सिंह ने कुल 116 मुकदमा का निस्तारण किया। प्रधान पारिवारिक न्यायाधीश अहसानुल्लाह खान ने 34 मुकदमा, पारिवारिक न्यायाधीश कोर्ट नंबर एक प्रेम शंकर ने 136 मुकदमो का निस्तारण किया।
अपर जिला जज अजय कुमार शाही ने 1 मुकदमा, एससी एसटी कोर्ट के जज कमलापति ने 5 मुकदमा, अपर जिला जज अजय कुमार श्रीवास्तव ने 3 मुकदमा ,विशेष न्यायाधीश अपर जिला जज विजय कुमार वर्मा ने 533 मुकदमा, अपर जिला जज संतोष कुमार यादव ने 17 मुकदमा, फॉस्ट ट्रैक कोर्ट नंबर एक जैनुद्दीन अंसारी ने 2 मुकदमा, फास्ट ट्रैक कोर्ट नंबर दो अमर सिंह ने 4 मुकदमा निस्तारित किया।
मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सत्यवीर सिंह ने 3402 मुकदमा तथा एसीजेएम कोर्ट नंबर 13 कुंवर रोहित आनंद ने 1228 मुकदमों को निस्तारित किया। न्यायिक मजिस्ट्रेट कोर्ट नंबर 22 आशुतोष मणि ने 1111 मुकदमा ,सिविल जज जू डि फॉस्ट ट्रैक कोर्ट आस्था द्विवेदी ने 8 मुकदमों का निस्तारण किया। लोक अदालत में मंडल कारागार के कैदियों द्वारा बनाई गई मिट्टी के बर्तनों के भी एक प्रदर्शनी लगाई गई। जो वहां आकर्षण का केंद्र थी।इस स्टाल से कई न्यायिक अधिकारियों तथा आम लोगों ने भी खरीददारी की।