बरेली : एक लाख का इनामी डकैत शैतान उर्फ सोल्जर ढेर
बरेली. उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में गुरुवार तड़के हुई पुलिस मुठभेड़ में एक लाख रुपये का इनामी कुख्यात डकैत इफ्तेखार अली उर्फ सोल्जर उर्फ शैतान मारा गया. यह कार्रवाई स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) और तीन थानों की संयुक्त टीम ने नैनीताल रोड के बिलवा पुल के पास अंजाम दी. मुठभेड़ में SOG का हेड कांस्टेबल राहुल भी गोली लगने से घायल हो गया, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. आरोपी का साथी फरार होने में सफल रहा, और पुलिस ने इलाके में कांबिंग ऑपरेशन तेज कर दिया है. एसएसपी अनुराग आर्य ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया.
यह एनकाउंटर बरेली एसएसपी अनुराग आर्य के नेतृत्व में अपराधियों के खिलाफ चल रही नॉन-स्टॉप कार्रवाई का हिस्सा है. इफ्तेखार थाना बिथरी चैनपुर के एक डकैती कांड में वांछित था. उसके खिलाफ सात जिलों में कुल 19 आपराधिक मामले दर्ज हैं. इनमें हत्या और डकैती के चार गंभीर मामले शामिल हैं. पुलिस के अनुसार, यह अपराधी दर्जनों नामों और पतों का इस्तेमाल कर जांच एजेंसियों को गुमराह करता रहा, जिससे उसकी गिरफ्तारी में देरी हुई.
अपराधी का अपराधिक इतिहास
इफ्तेखार अली उर्फ धूम उर्फ लड्डे उर्फ सोल्जर उर्फ लोधा उर्फ शैतान उर्फ शाकिर उर्फ रोहित पुत्र सादिक उर्फ साबिक मूल रूप से कासगंज के बरी चौक, कादरगंज रोड का निवासी था. उसका हालिया ठिकाना गाजियाबाद जिले के थाना टीला मोड़ के ग्राम भूपखेड़ी, जगत बट्टा बताया जा रहा है. 2006 में थाना फरीदपुर के पचौमी मंदिर के पुजारी की क्रूर हत्या सहित डकैती में उसकी संलिप्तता साबित हो चुकी थी. इसके अलावा, 2012 में बाराबंकी जिले से पुलिस कस्टडी से फरार होने के बाद वह आठ साल तक भूमिगत रहा. उस समय पर उसके सिर पर 50 हजार रुपये का इनाम था, जो बाद में बढ़ाकर एक लाख कर दिया गया.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इफ्तेखार उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड सीमा पर सक्रिय गैंग का हिस्सा था, जो डकैती और हत्या जैसे संगीन अपराधों में लिप्त रहता था. उसकी फरारी के दौरान कई राज्यों में उसकी तलाश की जा रही थी, लेकिन नाम बदल-बदलकर और नकली पतों के सहारे वह पुलिस की नजरों से बचता रहा. एनकाउंटर से पहले इंटेलिजेंस इनपुट के आधार पर SOG ने उसकी लोकेशन ट्रेस की, जो नैनीताल रोड पर एक बिना नंबर प्लेट वाली मोटरसाइकिल पर सवार होकर आ रहा था.
मुठभेड़ गुरुवार तड़के करीब 4:30 बजे शुरू हुई, जब पुलिस टीम ने संदिग्ध वाहन को रोकने का इशारा किया. आरोपी ने भागने की कोशिश की और गोलीबारी शुरू कर दी. जवाबी कार्रवाई में इफ्तेखार को गोली लगी, जबकि उसके साथी ने अंधाधुंध फायरिंग कर खुद को बचा लिया. मुठभेड़ के दौरान SOG के हेड कांस्टेबल राहुल को पैर में गोली लगी, लेकिन उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है. एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया, “आरोपी ने सरेंडर करने के बजाय फायरिंग की, जिसके जवाब में हमारी टीम ने की. यह आत्मरक्षा में की गई कार्रवाई है.” मौके से एक 32 बोर की पिस्टल, दो मैगजीन, 17 जिंदा कारतूस, 28 हजार रुपये नकद, एक मोबाइल फोन और बिना नंबर प्लेट वाली HF डीलक्स मोटरसाइकिल बरामद की गई. फरेंसिक टीम ने साक्ष्य संग्रह किया है, और आरोपी के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया.
फरार साथी की तलाश में कांबिंग ऑपरेशन जारी
पुलिस ने फरार साथी की पहचान अभी गोपनीय रखी है, लेकिन सूत्रों के अनुसार वह इफ्तेखार का पुराना सहयोगी है. नैनीताल रोड, बिलवा पुल और आसपास के इलाकों में भारी पुलिस बल तैनात कर कांबिंग की जा रही है. एसएसपी आर्य ने कहा, “फरार बदमाश को जल्द पकड़ लिया जाएगा. अपराधियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा.” इस कार्रवाई से बरेली और आसपास के जिलों में अपराधियों में खौफ का माहौल है.