रेखा सरकार का बड़ा फैसला- मुनक नहर पर 20 किमी लंबा एलिवेटेड कॉरिडोर बनाने की योजना
- दिल्ली सरकार मुनक नहर के ऊपर 20 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड कॉरिडोर बनाने की योजना बना रही है। परियोजना की अनुमानित लागत करीब 3,000 करोड़ रुपए है और कार्य आवंटन की तारीख से निर्माण कार्य में 3 साल लगने की उम्मीद है। पीडब्ल्यूडी सूत्रों ने बताया कि यह उत्तर-पश्चिमी दिल्ली में इंद्रलोक को बवाना से जोड़ेगी। परियोजना पूरी होने से रोजाना लाखों लोगों को लाभ होगा और इससे दिल्ली के परिवहन ढांचे में सुधार होगा।
- हरियाणा और दिल्ली से होकर गुजरने वाली प्रमुख जल आपूर्ति चैनल मुनक नहर मूल रूप से पश्चिमी यमुना नहर में पानी की कमी को कम करने और राजधानी तक जल लाने के लिए बनाई गई थी। अब इसे एक महत्वपूर्ण एलिवेटेड कॉरिडोर के रूप में भी देखा जा रहा है, जिसका उद्देश्य सड़कों पर भीड़भाड़ कम करना और पूरे क्षेत्र में आवागमन में सुधार करना है। सूत्रों ने कहा कि इस एलिवेटेड कॉरिडोर से 18 विधानसभा क्षेत्रों, 2 संसदीय क्षेत्रों और 35 एमसीडी वार्डों को लाभ होगा। यह एक बड़ी आबादी के लिए आवागमन में सुधार करेगा।
- इस परियोजना का निर्माण भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) द्वारा किया जाएगा, जबकि लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) वित्तपोषण, भूमि मंजूरी और स्थानीय समन्वय की देखरेख करेगा। सूत्रों के अनुसार विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की जा रही है और अगले तीन महीनों में पूरी होने की उम्मीद है। इसके साथ ही दिल्ली सरकार ने इस पर आगे बढ़ने के लिए हरियाणा सरकार से एनओसी मांगा है, क्योंकि नहर हरियाणा के अधिकार क्षेत्र में आती है।
- यह एलिवेटेड कॉरिडोर अर्बन एक्शटेंशन रोड-II (यूईआर-II) से भी जुड़ेगा, जिससे दिल्ली का बाहरी रिंग रोड नेटवर्क और मजबूत होगा और शहर के उत्तरी और पश्चिमी हिस्सों तक पहुंच आसान हो जाएगी। इस परियोजना पर जून में एक उच्च स्तरीय बैठक में चर्चा हुई थी, जिसकी अध्यक्षता केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने की थी और जिसमें दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता भी शामिल हुई थीं।