बुलंदशहर डीएम ने 26 अधिकारियों का वेतन रोका
बुलंदशहर में जिलाधिकारी श्रुति ने शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही बरतने पर बड़ी कार्रवाई की है। मुख्यमंत्री पोर्टल पर दर्ज शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण समाधान न करने के मामले में विभिन्न विभागों के कुल 26 अधिकारियों का वेतन रोक दिया गया है। मुख्यमंत्री पोर्टल पर विभिन्न विभागों से संबंधित शिकायतें दर्ज की जाती हैं और उन्हें संबंधित अधिकारियों को निस्तारण के लिए भेजा जाता है।
मासिक समीक्षा बैठकों के बावजूद, अधिकारियों द्वारा शिकायतों के समाधान में गंभीर लापरवाही सामने आई। 1 से 15 सितंबर तक प्राप्त शिकायतों की समीक्षा में यह पाया गया कि कई अधिकारियों ने शिकायतकर्ताओं को सुने बिना ही कार्यालय में बैठकर शिकायतों का निस्तारण कर दिया। इस अनियमितता पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की।
उन्होंने सभी 26 अधिकारियों से स्पष्टीकरण तलब किया है, जिसमें तहसीलदार खुर्जा भी शामिल हैं। जिलाधिकारी ने चेतावनी दी है कि यदि शिकायतों का शीघ्र और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण नहीं किया गया तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जिन अधिकारियों के वेतन पर रोक लगाई गई है, उनमें तहसीलदार खुर्जा, पूर्ति निरीक्षक (खुर्जा और डिबाई), चकबंदी अधिकारी शिकारपुर, प्रभारी चिकित्साधिकारी अनूपशहर, बीडीओ अरनिया, बीसी बुलंदशहर, खंड शिक्षा अधिकारी गुलावठी, सहायक विकास अधिकारी दानपुर, प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी, अधिशासी अभियंता (लोक निर्माण विभाग और सिंचाई), जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला गन्ना अधिकारी, जिला युवा कल्याण अधिकारी, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी, बंदोबस्त अधिकारी चकबंदी, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (जिला अस्पताल बुलंदशहर और महिला), और खान निरीक्षक बुलंदशहर सहित कुल 26 अधिकारी शामिल हैं।