बुलंदशहर : ग्रामीण आजीविका मिशन में 42 लाख रुपए का घोटाला
बुलंदशहर के अगौता ब्लॉक में उत्तर प्रदेश ग्रामीण आजीविका मिशन योजना में बड़ा घोटाला सामने आया है। ब्लॉक मिशन मैनेजर रिंकू और तीन समूह अध्यक्षों पर 42 लाख रुपए के गबन का आरोप लगा है।
अगौता के बीडीओ राजीव कुमार ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कराई है। आरोपियों में ब्लॉक मिशन मैनेजर रिंकू के अलावा पावसरा निवासी पायल (अंकुश चौहान की पत्नी), खेड़ी निवासी सरिता (बिजेंद्र सिंह की पत्नी) और किसौली निवासी ज्योति राठी (नितिन तेवतिया की पत्नी) शामिल हैं।
समूह के खाते में ट्रांसफर होते हैं रुपए योजना के तहत महिला समूहों को आजीविका संवर्धन के लिए सामुदायिक निवेश निधि से 1.10 लाख रुपए का ऋण दिया जाता है। यह राशि सीधे किसी व्यक्ति के नाम नहीं दी जा सकती। धनराशि समूह के नाम पर ग्राम संगठन के खाते में जाती है। इसके बाद सीएलएफ के पदाधिकारी इसे समूह के खाते में ट्रांसफर करते हैं।
ब्लॉक मिशन मैनेजर रिंकू पर कई महिला समूहों से अवैध वसूली के भी आरोप हैं। वित्तीय अनियमितताओं के इस मामले से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। जिलाधिकारी ने पूरे जनपद में आजीविका मिशन योजना की जांच के आदेश दिए हैं।