News

शेयर में निवेश का झांसा देकर 48.63 लाख की ठगी, ऑनलाइन स्क्रीन पर निवेश करते ही रकम दोगुना होने लगी

कानपुर में साइबर ठगों ने शेयर में निवेश का झांसा देकर दो कारोबारियों से 48.63 लाख की ठगी कर ली। ठगी का पता चलने पर दोनों कारोबारियों ने साइबर थाने में मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई है। साइबर ठगों ने ठगी के फौरन बात 17 से ज्यादा खातों में ठगी की रकम को ट्रांसफर कर दिया। साइबर थाने की पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करने के बाद मामले की जांच शुरू कर दी है।

साकेत नगर में रहने वाले अभिषेक दीक्षित मौजूदा समय में पुराना शिवली रोड स्थित अपने घर में रहते हैं। अभिषेक ने बताया कि उनके पास कुछ दिन पहले एक अनजान नंबर से कॉल आई थी। कॉल करने वाले ने शेयर में निवेश करने के बाद मोटा मुनाफे का झांसा दिया। भरोसे में लेने के बाद अभिषेक को टेलीग्राम पर एक लिंक भेजा। शेयर मार्केट के साथ ही अतिरिक्त कमाई का भी भरोसा दिलाया। अभिषेक ने बताया कि लिंक ओपेन करने पर उन्हें शेयर बाजार की वास्तविक स्क्रीन जैसा फर्जी पोर्टल दिखा, लेकिन वह समझ नहीं सके। यहां पर उनसे रजिस्ट्रेशन कराया गया।

रजिस्ट्रेशन कराने के बाद पहला 50 हजार का निवेश किया तो देखते ही देखते चंद घंटे में रकम 62 हजार रुपए हो गई। इसके बाद उन्हें इतना भरोसा हो गया कि एक ही बार में 39.25 लाख रुपए निवेश कर दिया। इस बार फिर से उन्हें मोटा मुनाफा स्क्रीन पर दिखने लगा तो अपनी रकम को विड्रॉल करने का प्रयास किया। लेकिन उनकी रकम अकाउंट से निकल नहीं सकी, साइबर ठगों ने कहा कि और रकम इन्वेस्ट करने क बाद ही रकम निकल सकेगी।

उन्होंने रकम निकालने के लिए दबाव बनाया तो उन्हें सबसे पहले सभी ग्रुपों से बाहर किया और ब्लॉक कर दिया। तब उन्हें पता चला कि उनके साथ ठगी हुई है। इसके बाद उन्होंने साइबर थाने में मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई।

इसी तरह साइबर ठगों ने कुशलपुर तरगांव निवासी आदित्य सिंह को भी शेयर में निवेश और मोटा मुनाफे का झांसा दिया। कहा कि एक बार थोड़ा निवेश करके देखिए अगर समझ में आए तो आगे बढ़िएगा। वह भी भरोसे में आ गए और 50 हजार से लेकर 9.38 लाख रुपए तक शेयर कर दिया। ठगी पहले वाले केस की तरह इसमें भी टेलीग्राम पर लिंक भेजकर उन्हें 730 एएसके ग्रोथ एंड वेल्थ नाम के व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ लिया।

इसके बाद खुद को फाइनेंस एडवाइजर बताने वाली प्रिया नाम की लड़की ने एएसकेमीन नाम का एप डाउनलोड कराकर चार खातों में रुपए जमा कराए। मुनाफे के साथ जब उन्होंने अपनी रकम निकालने का प्रयास किया तो रकम वापस नहीं मिली। इसके बाद उन्होंने साइबर थाने में मामले में तहरीर देकर रिपोर्ट दर्ज कराई।

जागरूकता के अभाव में सबसे ज्यादा साइबर ठगी

साइबर थाना प्रभारी सुनील वर्मा ने बताया कि दोनों ही केस में तहरीर के आधार पर साइबर ठगी की रिपोर्ट दर्ज की गई है। साइबर ठगों के खातों को फ्रीज कर दिया गया है। जिन खातों में ठगी की रकम ट्रांसफर हुई उन्हें भी फ्रीज कराने के साथ ही जांच की जा रही है। जल्द ही साइबर ठगों को अरेस्ट करके ठगी का खुलासा किया जाएगा।

वहीं, दूसरी तरफ थाना प्रभारी ने यह भी बताया कि इतनी जागरूकता होने के बाद भी लोग साइबर ठगों के चक्कर में फंस रहे हैं। जो भी किसी लालच में फंसेगा उसके साथ साइबर ठगी होनी तय है। लोगों को खुद जागरूक होना पड़ेगा।

Umh News india

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *