CSIR-NET परीक्षा में नकल: मेरठ की सुभारती यूनिवर्सिटी में STF का छापा, TCS के 3 कर्मचारी गिरफ्तार
यूपी में पुलिस परीक्षा के बाद CSIR-NET पेपर में सेंधमारी की गई है। मेरठ की सुभारती यूनिवर्सिटी में शुक्रवार को परीक्षा चल रही थी। अचानक UP STF ने यूनिवर्सिटी में पहुंचकर छापा मारा।
छापेमारी के दौरान टीम को सर्वर रूम में TCS के कर्मचारी के पास मोबाइल मिला। मोबाइल में 15 स्टूडेंट्स के रोल नंबर और उनके सिस्टम का IP एड्रेस था। STF ने 3 कर्मचारियों को गिरफ्तार किया और अपने साथ ले गई है।
सुभारती यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इस पूरे प्रकरण से खुद को अलग कर लिया है। एडिशनल रजिस्ट्रार सैय्यद जफर हुसैन ने कहा- हमने एग्जाम कराने वाली संस्था TCS को किराए पर लैब दिया था। एग्जाम कराने की पूरी जिम्मेदारी उस पर थी।
एसटीएफ चीफ और एडीजी लॉ एंड आर्डर अमिताभ यश ने बताया- मेरठ की सुभारती यूनिवर्सिटी में CSIR-NET परीक्षा में धांधली की गोपनीय सूचना मिली थी। इस पर टीम ने छापेमारी की। जांच से पता चला कि एग्जामिनेशन लैब के सर्वर से छेड़छाड़ की गई है। TCS के 3 कर्मचारियों- उस्मान, अरुण शर्मा और एक अन्य को गिरफ्तार किया गया है।
अमिताभ यश ने बताया- सर्च के दौरान एग्जामिनेशन लैब के सर्वर रूम से लोकल एरिया नेटवर्क के जरिए एक्स्ट्रा एडमिन कंप्यूटर मिला। सर्वर रूम में दो लैपटॉप मिले, जिसमें एनी डेस्क रिमोट एक्सेस टूल डाउनलोड था। कर्मचारी अरुण के पास एक मोबाइल मौजूद था, जिसमें चार अभ्यर्थियों के नाम मिले हैं। अभ्यर्थियों के मोबाइल का आईपी एड्रेस सेंटर के बाहर बैठे एक शख्स को शेयर किया गया था। जिससे इन अभ्यर्थियों का स्क्रीन शेयर किया गया था। इनके प्रश्नपत्र को बाहर से सॉल्वर हल करा रहा था। STF ने यूनिवर्सिटी से 2 लैपटॉप, 1 मोबाइल बरामद किया है।
एसटीएफ चीफ ने बताया कि 25 जून को भी प्रथम और द्वितीय पाली में हुए CSIR-NET एग्जाम में 11 अभ्यर्थी के नाम मोबाइल के डिलीट फाइल से मिला है। आवश्यक विधिक कार्यवाही जारी है।
नकल और छापेमारी के पूरे मामले से सुभारती यूनिवर्सिटी ने बयान जारी किया है। एडिशनल रजिस्ट्रार सैय्यद जफर हुसैन ने कहा- हमें भी सुबह 11 बजे पता चला, जब एसटीएफ की टीम हमारे यहां आई। परीक्षा से सुभारती यूनिवर्सिटी का कोई संबंध नहीं है। ऑनलाइन एग्जामिनेशन सेंटर, टाटा कंसल्टेंसी कंपनी यानी टीसीएस को किराए पर दिया गया है। परीक्षा में एजेंसी का सर्वर और उनके कर्मचारी होते हैं। कांवड़ यात्रा के कारण यूनिवर्सिटी पूरी तरह बंद है। टीसीएस परीक्षा करा रही है। हमारा कोई स्टाफ आज यूनिवर्सिटी नहीं आया है।
यूनिवर्सिटी प्रशासन ने पूरे मामले में टीसीएस से जवाब मांगा है। रजिस्ट्रार ने कहा टीसीएस से हमारा एग्रीमेंट है, हमारे नाम को खराब किया गया है। टीसीएस अपने परीक्षा केंद्र पर परीक्षा से एक दिन पहले अपना मॉक टेस्ट कराती है। मॉक टेस्ट के वक्त सारे सिस्टम फॉर्मेट कर अपना सॉफ्टवेयर डालती है। इसके बाद सर्वर रूम, कंट्रोल रूम को लॉक कर देते हैं। वहां किसी का एक्सेस नहीं होता।
शुक्रवार को CSIR-NET का पेपर दो शिफ्ट में होना था। पहली पाली सुबह 9 बजे से 12 बजे की थी। पेपर शुरू हो चुका था। लगभग 10.30 बजे एसटीएफ की टीम यूनिवर्सिटी में छापा करने पहुंची। दूसरी शिफ्ट का एग्जाम दोपहर 3 से 6 बजे होना था। पुराना सर्वर एसटीएफ ने अपनी कस्टडी में लिया है। एसटीएफ ने टीसीएस से दूसरा सर्वर मंगाकर एग्जाम शुरू करा दिया है। फिलहाल दूसरी शिफ्ट 3 से 6 बजे वाला एग्जाम कराया जा रहा है।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने 1 जून से CSIR-NET के आवेदन मांगे थे। जिसका एग्जाम 25, 26 और 27 जून को होना था। NEET पेपर लीक विवाद के बीच इस एग्जाम की पारदर्शिता बनाए रखने के लिए NTA ने CSIR-NET के पेपर टाल दिया था।
28 जून को NTA ने एक आधिकारिक नोटिस के जरिए परीक्षा की नई तारीख जारी की थी। नोटिस के अनुसार परीक्षा अब 25, 26 और 27 जुलाई को आयोजित हो रही है। री-एग्जाम शेड्यूल के मुताबिक 25 जुलाई को अर्थ, एटमॉस्फेरिक, ओसियन, प्लेनेट्री साइंसेस और फिजिकल साइंसेस की परीक्षा हुई है। 26 जुलाई को मैथमेटिकल साइंसेस का एग्जाम हुआ। 27 जुलाई को लाइफ साइंसेस और केमिकल साइंसेस की परीक्षा होगी। परीक्षा सुबह 9-12 में 3 घंटे का होगा।