पंजाब के पुलिस स्टेशन पर आतंकी हमले का दावा, खालिस्तानी संगठन बब्बर खालसा ने लिखा- रॉकेट लॉन्चर से कराया
पंजाब के बटाला में खालिस्तानी आतंकियों ने रविवार-सोमवार की रात किला लाल सिंह पुलिस स्टेशन पर हमला करने का दावा किया है। सोशल मीडिया पर पोस्ट कर बब्बर खालसा इंटरनेशनल ने लिखा कि हैप्पी पासियां ने इसकी जिम्मेदारी ली है। उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में हुए एनकाउंटर का बदला लेने के लिए रॉकेट लॉन्चर से पुलिस स्टेशन पर हमला किया गया।
किला लाल सिंह के पास रहने वाले लोगों ने बताया कि रात 3 बजे जोरदार धमाके की आवाज आई थी। सूचना मिलते ही पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। फिलहाल कोई अधिकारी इस पर बयान नहीं दे रहा है। उनका कहना है कि मामले की जांच की जा रही है।
खालिस्तान समर्थक आतंकियों द्वारा शेयर की गई पोस्ट खालिस्तानी संगठन की ओर से की गई पोस्ट में लिखा है- “वाहेगुरु जी का खालसा, वाहेगुरु जी की फतेह… बटाला के निकट किला लाल सिंह गांव के पुलिस स्टेशन पर कल रात रॉकेट लांचर से हमला हुआ। इसकी जिम्मेदारी मैं हैप्पी पासियां, मन्नू अगवान और गोपी नवांशहरिया लेता हूं।
यह यूपी पीलीभीत और बटाला में पुलिस द्वारा किए गए एनकाउंटरों का बदला था। एनकाउंटर की कार्रवाई के दौरान मुंशी से लेकर पुलिस अधिकारी तक सभी पुलिसकर्मियों के नाम, जिनका नाम FIR में होगा, हम उन्हें 31 तारीख तक भाजी मोड़ेंगे (उनके किए की सजा देंगे)।”
मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि ये हमले तब तक जारी रहेंगे, जब तक यह पुलिस सिख समुदाय पर अत्याचार करना बंद नहीं करेगी। हमारी सरकार के अत्याचारियों को इसी तरह जवाब मिलता रहेगा और अब सिखों को अपनी गुलामी का एहसास हो जाना चाहिए। हम में से बाकी लोग और हमारा संगठन सरकार को एक घोषणा देना चाहते हैं। दिल्ली वासियों, हिम्मत रखो, सिंह समुदाय की रक्षा के लिए मैदान में उतर आए हैं। बहुत जल्द ही मिलते हैं।”
पीलीभीत में 3 खालिस्तानी आतंकी मारे गए थे उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में 23 दिसंबर 2024 को 3 खालिस्तानी आतंकियों को एनकाउंटर में मार गिराया गया था। पीलीभीत पुलिस और पंजाब पुलिस ने यह एनकाउंटर किया था। सभी आतंकी खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (KZF) के सदस्य थे। इन्होंने 19 दिसंबर को पंजाब के गुरदासपुर जिले में पुलिस चौकी पर ग्रेनेड से हमला किया था।
आतंकियों के पास से 2 AK-47 राइफल, 2 ग्लॉक पिस्टल और भारी मात्रा में कारतूस बरामद किए गए थे। मारे गए आतंकियों में गुरदासपुर के बटाला के रहने वाले गुरविंदर सिंह, वीरेंद्र सिंह उर्फ रवि और जसप्रीत सिंह उर्फ प्रताप सिंह शामिल थे।
एनकाउंटर के दौरान पुलिस और आतंकियों के बीच 100 से अधिक राउंड फायरिंग हुई। 30 मिनट तक पूरा एरिया गोलियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा था।
हरप्रीत सिंह, जिसे ‘हैप्पी पासियां’ के नाम से जाना जाता है, एक अमेरिकी नागरिक है जो बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) से जुड़ा हुआ है। उस पर सितंबर 2024 में चंडीगढ़ में एक सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी के घर पर ग्रेनेड हमले की साजिश रचने का आरोप है। यह हमला पाकिस्तान में रह रहे आतंकवादी हरविंदर सिंह संधू उर्फ ‘रिंदा’ के साथ मिलकर योजनाबद्ध तरीके से किया गया था।
हैप्पी पासियां पंजाब के अमृतसर जिले के अजनाला क्षेत्र के गांव पासियां का रहने वाला है। आतंकी अर्श डल्ला की कनाडा में गिरफ्तारी के बाद पासियां एकदम सक्रिय हो गया और पंजाब के थानों में ग्रेनेड हमलों का सिलसिला शुरू हो गया। पंजाब में अब तक कुल कई ग्रेनेड हमले और एक आईईडी (IED) हमले का प्रयास किया जा चुका है।