गाजियाबाद में CM योगी बोले : कोई फिरौती वसूलेगा तो यमराज के घर दस्तक दे रहा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को गाजियाबाद पहुंचे। नेहरूनगर स्थित सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में उन्होंने जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान वो समाजवादी पार्टी पर हमलावर दिखे। पूरे संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री ने कांग्रेस और बसपा का नाम तक नहीं लिया, लेकिन हर एक मिनट में सपा को खूब कोसा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा मकसद मात्र चुनाव जीतना नहीं है। हमें रिकॉर्ड वोटों से जीतना है। सपा का नाम लेना भी पाप का कारण बन सकता है। इसलिए इन लोगों को जितना दूर रखेंगे, उतना ही आपका कल्याण होगा।
योगी ने कहा- पहले ये उपचुनाव 13 नवंबर को था, लेकिन फिर तारीखें टाल दी गईं। क्योंकि सभी राजनीतिक दलों ने कार्तिक पूर्णिमा स्नान को ध्यान में रखते हुए 15 नवंबर के बाद तारीख तय करने का चुनाव आयोग से अनुरोध किया था। चुनाव आयोग ने आस्था का सम्मान किया और चुनाव की तारीख टाल दी। अक्सर ऐसा होता है कि चांद न दिखे तो ईद की छुट्टी बदल दी जाती है और सरकार उस हिसाब से छुट्टी घोषित करती है। गुरु पर्व पर भी ऐसा ही होता है। जब संवैधानिक संस्था द्वारा हिंदू आस्था के पर्व की महत्ता को ध्यान में रखते हुए तारीख बदली गई तो जनता खुश हुई, लेकिन समाजवादी पार्टी ने इसका विरोध किया। सपा जन आस्था, जन सुरक्षा और नौजवानों के भरोसे से खिलवाड़ करती है।
मुख्यमंत्री ने कहा- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विरासत और विकास के संगम का डबल इंजन यूपी को बनाया है। क्या कोई सोचता था कि अयोध्या में राम मंदिर बनेगा? लोग आंदोलन करते थे, लेकिन सफलता का कोई ठिकाना नहीं था। 2017 में सरकार बनी और सिर्फ 2 साल में ही मंदिर के मसले को हल कर दिया। हमने सोचा कि एक जन्म राम के नाम पर ही सही। इसी भाव के साथ हमने खुद को समर्पित कर दिया। ये दीपोत्सव भी प्रभु श्रीराम से खुद को जोड़ने का प्रयास था।
योगी आदित्यनाथ ने कहा- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2014 में सत्ता में आए। उस वक्त यूपी में सपा सरकार थी, लेकिन कोई काम नहीं करती थी। क्योंकि इन्हें विकास से मतलब नहीं था। इनका व्यक्तिगत विकास होता था। सैफई खानदान का विकास होता था। उसके बाहर ये सोच ही नहीं सकते थे। माफियाओं का विकास करते थे। जिले का सबसे बड़ा माफिया, गुंडा, दंगाई, दुष्कर्मी सपा से जरूर जुड़ा होगा। अयोध्या और कन्नौज की घटनाएं इसके उदाहरण हैं।