सिकंदराबाद में खनन माफिया से मिलीभगत का खुलासा
सिकंदराबाद तहसील में अवैध खनन का मामला सामने आया है। एसडीएम के अर्दली को खनन माफिया से मिलीभगत के आरोप में पद से हटा दिया गया है।
एसडीएम दीपक कुमार पाल के अनुसार, 10 सितंबर को रात करीब 10 बजे अपर जिलाधिकारी से ग्राम सूबरा में अवैध खनन की सूचना मिली। इस पर कार्रवाई के लिए दो नायब तहसीलदार ललित नारायण प्रशांत और राजीव कुमार को टीम के साथ भेजा गया।
छापेमारी के दौरान मौके पर एक जेसीबी, एक लोडर और तीन ट्रैक्टर खनन करते मिले। जेसीबी और ट्रैक्टर चालक मौके से फरार हो गए। खनन में शामिल शेरपुर निवासी जीतू पुत्र मनवीर वहां मौजूद था।
जीतू ने दावा किया कि वह तहसील के सभी अधिकारियों और थानों को पैसे देता है। उसने मौके पर ही अर्दली अजीत कुमार को फोन लगाया। अर्दली ने जीतू से दुर्व्यवहार किया और बाद में व्हाट्सएप कॉल पर 50 लाख रुपए में खनन कराने की बात कही।
तहसीलदार की जांच रिपोर्ट के बाद अर्दली को पद से हटा दिया गया है। आरोपी अर्दली पिछले 16 साल से चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के रूप में तैनात था। उसे अब कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है।