अहीर रेजिमेंट की मांग : अहीर शौर्य रेजांगला व कारगिल माटी कलश यात्रा का जगह-जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत
पावटा (राजेश कुमार हाडिया)। अहीर शौर्य रेजांगला युद्ध में शहीद हुए 114 अहीर वीरों की शहादत में अहीर शौर्य रेजांगला एवं कारगिल माटी कलश यात्रा पण्डितपुरा, टसकोला, भौनावास – रामपुरा होते हुए सोमवार को ग्राम द्वारिकपुरा पहुंची। जहां यात्रा का जगह जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। शिक्षाविद मालाराम यादव ने यात्रा को लेकर कहा की शौर्य यात्रा का मुख्य उद्देश्य अहीर रेजिमेंट का गठन करवाना है।
यादव ने कहा हिंदुस्तान की फौज में सभी जातियों की रेजिमेंट बनी हुई है लेकिन अहीर समाज की रेजिमेंट नही है। हमारी मुख्य मांग अहीर रेजिमेंट बनवाना है। सेवानिवृत फौजी राजेन्द्र प्रसाद यादव ने बताया कि 18 नवंबर 1962 को चीन ने आक्रमण किया तो कारगिल स्थित रेंजांगला पोस्ट पर 120 जवानों की टुकड़ी मेजर शैतान सिंह के नेतृत्व में युद्ध लड़ रही थी जिसमें 114 अहीर वीर शहीद हुए। विश्व के प्रसिद्ध 5 युद्धों में यह भी एक शामिल है जिसका खिताब लिखा है। उसी को लेकर 18 नवंबर 2022 को कोटकासिम के लालपुरा से शुरु होकर निकली यात्रा में रेजांगला व कारगिल की मिट्टी को कलश में लेकर राजस्थान में गांव-गांव और ढाणी-ढाणी में लोगों को दर्शन करवा रहे हैं।
वहीं यात्रा द्वारिकपुरा में पहुंचने पर ग्राम कि मुख्य चौपाल पर राष्ट्रीय अध्यक्ष भारत यादव, सचिव डॉक्टर सुनीता यादव, प्रमुख महासचिव मंजू लता, प्रदेश अध्यक्ष सरवन यादव, युवा अध्यक्ष विपिन यादव, जिलाध्यक्ष महेंद्र सुलतानिया, संरक्षक बालूराम यादव को माला व साफा पहनाकर जोरदार स्वागत किया गया। इस मौके पर ग्रामीणों ने अहीर शौर्य रेजांगला व कारगिल माटी कलश यात्रा को नतमस्तक होकर प्रणाम किया व देशभक्ति के नारे लगाएं जिससे आसमान गुजायमान हो गया। इस दौरान श्रीमती मंजूबाला यादव, सीडीओं शिवराम सिंह यादव, सरपंच रोहित बायला, भैरुराम हुल्डा, मालिराम बाडीगर, बनवारी लाल समेत बड़ी संख्या में महिला पुरुष मौजूद रहे।