google-site-verification=aXcKQgjOnBT3iLDjEQqgeziCehQcSQVIW4RbI82NVFo
Dailynews

लखनऊ में बिजली के संविदा कर्मचारियों का प्रदर्शन, बोले- ₹ 7000 में कैसे चले घर

लखनऊ में बिजली के संविदा कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया। घंटाघर के सामने मेहताब बाग पावर हाउस पर बिजली कर्मचारियों ने वेतन कटौती के खिलाफ जमकर हंगामा और नारेबाजी की। प्रदर्शन कर रहे हैं कर्मचारियों ने कहा कि इस बार बोनस देने की बात कही गई थी। बोनस तो मिला नहीं, उल्टा अनियमित तरीके से वेतन काट लिया गया।

वेतन कटौती से सभी कर्मचारी बेहद आक्रोशित दिखे। पावर हाउस पर दरी बिछाकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने बताया कि संबंधित मामले में विभाग के आला अधिकारियों को पत्र लिखा फोन पर वार्ता किया मगर कोई सुनवाई नहीं हुई। ना तो पत्र का जवाब आया, और ना ही अधिकारी मिलने के लिए तैयार हो रहे हैं। मजबूर होकर सभी कर्मचारी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

प्रदर्शन कर रहे शावेज ने बताया कि कर्मचारियों की कटौती ₹500 से लेकर ₹4000 तक हुई है। उन्होंने कहा कि 11000 रुपए वेतन मिल रहा है, जिसमें ₹4000 की कटौती हो गई है। अब यह कैसे संभव है कि 7000 रुपए में घर चलाया जाए। यह सीधे हमारे रोजगार और आत्म सम्मान पर हमला है। पूरे प्रदेश में लगभग 20 से 25 हजार कर्मचारी हैं, जिनकी यह कटौती हुई है। जितनी हमारी सैलरी है इतने में तो अधिकारियों के घर का साबुन तेल जाता है। शावेज ने कहा कि कंपनी ने वादा किया था कि इस महीने बोनस मिलेगा बोनस का तो पता नहीं मगर उल्टा सैलरी ही काट लिया। पैसे ना होने की वजह से स्कूल से बच्चों का नाम कट रहा है। मकान मालिक घर से निकालने की धमकी दे रहा है। दूसरों से उधार पैसे लेकर घर में राशन आ रहा है। नौकरी करने के बाद भी हम लोगों की स्थिति बेहद बदतर है। कोई भी अधिकारी जवाब देने को तैयार नहीं है । ऐसे में अगर हमारे साथ कोई दुर्घटना हो जाएगी तो जिम्मेदार कौन होगा। प्रदर्शन कर रहे हैं मनोज विश्वकर्मा ने कहा कि हम लोगों के साथ अमानवीय व्यवहार हो रहा है। लेबर लॉ का कहीं से भी पालन नहीं होता है। इस महीने दीपावली का पर्व था और हम लोगों ने 31 दिन काम किया। कंपनी ने हमारे साथ अन्याय करते हुए मेहनत के पैसे नहीं दिए और दीपावली का बोनस भी नहीं मिला।

बात-बात पर अधिकारी कंपनी से निकलने की धमकी देते हैं। वेतन की बात करो तो अधिकारी चुप हो जाते हैं , मिलना भी पसंद नहीं करते हैं। पूरे प्रदेश में संविदा कर्मचारियों का बुरा हाल है। लोगों के घरों को रोशन करने वाले कर्मचारियों के जीवन में अंधकार है।

Umh News india

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *