आगामी मानसून को लेकर जिला कलेक्टर ने दिए अधिकारियों को निर्देश
खैरथल-तिजारा, । शुक्रवार को जिला कलक्टर किशोर कुमार की अध्यक्षता में बीड़ा सभागार भिवाड़ी में हरियालु राजस्थान एवं आगामी मानसून में जल भराव से निपटने हेतु बैठक का आयोजन किया गया। बैठक के दौरान उन्होंने आगामी मानसून की तैयारी एवं हरियालो राजस्थान के तहत सघन वृक्षारोपण करने हेतु सभी अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
जिला कलेक्टर किशोर कुमार ने आगामी मानसून में भिवाड़ी जल भराव की समस्या से निपटने हेतू सभी अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने बारिश के पानी को सड़कों पर ना बहने देने की व्यवस्था में रिचार्ज स्ट्रक्चर, प्राकृतिक स्रोत जैसे तालाब जोहड़ तथा भिवाड़ी में सभी नालियों कि साफ-सफाई एवं गाद निकालने के निर्देश दिए। जिला कलेक्टर ने नगर परिषद भिवाड़ी एवं रीको विभाग को इकट्ठा वर्षा जल को निकालने के लिए प्लान तैयार करने तथा तैयार किए प्लान के अनुसार भरे हुए पानी को जल्द से जल्द पंपसेट के माध्यम से निकाल रास्ते को सुचारु करने हेतु निर्देशित किया ताकि भिवाड़ी में जल भराव ना हो।
बैठक में जिला कलेक्टर ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के दौरान हरियालो राजस्थान अभियान के तहत मियावाकी पद्धति सहित नवीनतम पौधारोपण तकनीकों का उपयोग करते हुए वृहद स्तर पर पौधारोपण करने के निर्देश दिए । उन्होंने कहा कि पौधारोपण केवल संख्यात्मक नहीं, बल्कि गुणवत्तापूर्ण और दीर्घकालिक परिणाम देने वाला होना चाहिए।
बैठक के दौरान वृक्षारोपण हेतु पौधों की उपलब्धता, नर्सरियों में प्लांटेशन, उनकी देखभाल हेतु तारबंदी, ट्री गार्ड व फेंसिंग, पानी की व्यवस्था, सीएसआर के माध्यम से पौधारोपण, किसानों एंव आमजन की सहभागिता पर चर्चा कर जिले को मिले 15 लाख पौधारोपण के लक्ष्यानुरूप विभागवार लक्ष्य देकर पौधारोपण करने के निर्देश दिए।
बैठक में जिला कलेक्टर ने निर्देश दिए की जिले के विभिन्न सार्वजनिक स्थलों, औद्योगिक क्षेत्रों के समीप और विद्यालय परिसरों में पौधारोपण किया जाए। साथ ही CSR फंड से संसाधन उपलब्ध करवाकर पौधों के संरक्षण के लिए विशेष निगरानी तंत्र भी विकसित किया जाए।
वन विभाग के अधिकारियों ने मियावाकी पद्धति की विशेषताएं बताते हुए उसे पर्यावरणीय दृष्टि से अत्यंत लाभकारी बताया।
बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी बीडा अतुल प्रकाश, अतिरिक्त जिला कलेक्टर भिवाड़ी सुमित्रा मिश्र, डीएफओ राजेंद्र हुड्डा, मुख्य स्टेकहोल्डर्स, औद्योगिक इकाइयों के प्रतिनिधि, वन विभाग सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।