गाजियाबाद : आश्रम में संन्यासी बनकर रह रही महिला से रेप
गाजियाबाद में एक आश्रम में संन्यासी बनकर रह रही महिला से नशे में दरिंदगी की गई। आरोपी ने महिला को दरिंदगी का वीडियो दिखाकर ब्लैकमेल किया। बोला- अगर पुलिस के पास गई तो मार फेंक दूंगा। लाश ढूंढे नहीं मिलेगी।
पुलिस ने नशीली कोल्ड ड्रिंक पिलाने के आरोप में आश्रम संचालिका गोकुल दिव्या योग माया सरस्वती और एक अन्य महिला राधिका उर्फ शबनम को अरेस्ट कर लिया। मुख्य आरोपी संचालिका का सौतेला भाई अभी फरार है। यह घटना दिल्ली बॉर्डर स्थित कौशांबी थाना क्षेत्र के एक आश्रम की है।
दिल्ली के उत्तम नगर क्षेत्र की रहने वाली 29 साल की महिला अनाथ है। पीड़ित महिला ने बातचीत में बताया- मेरे घर परिवार में कोई नहीं है। सितंबर 2024 में दिल्ली बॉर्डर से सटे आश्रम में अपना सामान लेकर रहने के लिए आई थी। यहां मुझे सारे आश्रम की देखरेख की जिम्मेदारी दी गई। कहा गया था कि आपको हर महीने 20 हजार रुपए मिलेंगे। कुछ दिन बाद ही आश्रम की संचालिका गोकुल दिव्या योग माया सरस्वती ने आश्रम में एक मुस्लिम महिला राधिका उर्फ शबनम को भी अपने साथ रखा है, मुझे अपनी चेली कहकर बोलने लगी। कहा कि तुझे भी साध्वी की पदवी दी जाएगी। आने वाले समय में आश्रम की देखरेख करोगी।
पीड़ित महिला ने बताया- मैं आश्रम में रहने लगी। इन दोनों महिलाओं से मिलने के लिए कई लोग आते। 15 अप्रैल को आश्रम संचालिका ने कोल्ड ड्रिंक मंगवाई। उसने पहले मुझे पीने को कहा। पीने के कुछ ही देर बाद कुछ चक्कर जैसा आने लगा। जब मैं बेहोशी जैसी हालत में हो गई तो महिला के भाई गोकुल ने मेरे साथ रेप किया। मैं आधे होश में थी, लेकिन बॉडी काम नहीं कर रही थी।
होश में आने के बाद आरोपियों ने मुझे वीडियो दिखाई और मुझे ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। मुझे सैलरी नहीं दी जा रही थी। मैं अपने 1 लाख 40 हजार रुपए की मांग कर रही थी। लेकिन, उल्टा मुझे ब्लैकमेल करते हुए बदनाम करने की धमकी देने लगे। 23 अप्रैल की रात को मुझे आश्रम में ही बंधक बनाकर बुरी तरीके से पीटा गया। मुझे टॉर्चर किया गया कि यदि पुलिस में शिकायत की तो लाश का पता भी नहीं लगने देंगे।
पीड़ित महिला ने बताया- मेरे साथ ज्यादा उत्पीड़न हुआ और मुझे लगातार परेशान किया जाने लगा तो मैंने 8 मई को कौशांबी थाने में शिकायत दर्ज कराई। पीड़ित महिला का कहना है कि मैं घर से बेघर हूं। ना मेरा अपना परिवार है और ना ही अपना घर। ऐसे में मेरे 7 महीने के 1 लाख 40 हजार रुपए आश्रम संचालिका पर बकाया है। वह पैसा दिलवाया जाए, और मेरा जो सामान वहां रखा है उसे भी उन लोगों के कब्जे से छुड़वाकर मुझे दिलाया जाए।
पुलिस ने संचालिका और दूसरी महिला को अरेस्ट किया SHO कौशांबी अजय कुमार शर्मा ने बताया- पुलिस ने रेप के मामले में दिव्य योग माया सरस्वती निवासी कौशांबी, जिला गाजियाबाद को अरेस्ट किया है। यह आश्रम की संचालिका है। जबकि राधिका उर्फ शबनम पुत्री रफीक अहमद निवासी आनंद विहार, थाना कौशांबी को अरेस्ट किया है। अजय कुमार शर्मा ने बताया- पूछताछ में दोनों महिला ने आरोपों को स्वीकार किया है। बताया कि गोकुल हमारा सौतेला भाई है, वह भी हमारे साथ आश्रम में आता जाता था। एडिशनल पुलिस कमिश्नर आलोक प्रियदर्शी का कहना है कि मामले में तीसरे आरोपी गोकुल की तलाश के लिए टीमें दबिश दे रही हैं। जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।