जब जब धर्म की हानि होती है तब तब परमात्मा विविध रुप धारण करके आता है- नीरजानंद शास्त्री
धनबाद मानस प्रचार समिति मानस मंदिर जगजीवन मैं आज दिनांक 8/4/24 को 52वें मानस अधिवेशन की 9 दिवसीय श्रृंखला में तीसरे दिन परायण में देवी प्रसाद पांडे द्वारा रामविवाह का प्रसंग हुआ दोनो यज्ञमान उज्ज्वल वर्मा ,मनिका कीर्ति वर्मा एवम चंद्रशेखर शर्मा ,जया शर्मा गड़वारा सिंदूरदान भगवान को किया गया।
विवाह के गीत गाए गए हर्षोल्लास के साथ विवाह संपन्न हुआ।संध्या बेला के राम कथा में मानस किंकर निर्जानंद शास्त्री द्वारा राम जन्म का प्रसंग हुआ जिसमे श्रद्धालु सोहर गीत पर झूम उठे।आज विशिष्ट अतिथि के तौर पर डॉक्टर आर एन राय,डॉक्टर पी के सिन्हा,डॉक्टर प्रदीप कुमार राय,विनीत कुमार सिन्हा प्रबंधक कार्मिक केंद्रीय चिकित्सालय, अशोक पांडे सेक्रेटरी बिल्डर्स एसोसिएशन आदि ने महाराज जी का आशीर्वाद लिया ज्ञात हो की तीनों डॉक्टर्स समिति में मरीजों को हर हफ्ते निशुल्क प्रमार्ह देते है।महाराज श्री ने बताया मानव में मानवता का संचार करने के लिए भगवान का अवतार होता है, परमात्मा की अवतार के अनेकोनेक कारण है किंतु रामचरित मानस में 5 कारण गोशवामी जी ने बताया है पहला कारण जय विजय ,दूसरा कारण सती वृंदा जालंधर, तीसरा कारण नारद जी का श्राप,चौथा कारण मनुषत्रुपा की तपस्या पांचवा कारण प्रतापभानु की कथा ukt बातें तृतीय दिवस पर शास्त्री जी ने कही । मंच संचालन निशांत नारायण ने किया अध्यक्षीय भाषण निरंजन सिंह ने किया सचिव विनोद दुबे ने धन्यवाद ज्ञापित किया,समिति के योगेंद्र मिश्र, काजल दांगी, अभय झा, विंध्याचल पांडे, नरेश यादव , मनीष चौबे, आर एल यादव सहित शहर के saikro गणमान्य व्यक्ति एवम नागरिक मौजूद थें।