गोंडा : आरपीएफ की कस्टडी में युवक की मौत
गोंडा में आरपीएफ की कस्टडी में युवक की मौत का मामला सामने आया है। आरोप है कि मालगाड़ी से सरसों का तेल चोरी हो गया था। आरपीएफ ने युवक पर चोरी का आरोप लगाकर मंगलवार को पूछताछ के लिए उठाया था।
परिजनों का आरोप है कि आरपीएफ कर्मियों ने उसे कई गांवों में बाइक पर बिठाकर घुमाया, फिर स्टेशन ले जाकर पीटा। जब हालत बिगड़ गई तो उसे जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। मौत के बाद शव को बिना बताए पोस्टमॉर्टम हाउस में रखवाकर पुलिसवाले भाग गए।
मौत की सूचना पर परिवार के लोगों ने पोस्टमॉर्टम हाउस पर जमकर हंगामा किया। मृतक की बेटी ने रोते हुए बताया- मेरे पापा को आरपीएफ वालों ने करंट लगाकर मारा है। उन्हें पीटा गया, वे खून की उल्टियां कर रहे थे। मारकर यहां छोड़ गए हैं।
हंगामे के बाद मृतक के भाई की तहरीर पर RPF के दो दरोगा सुरेंद्र कुमार, करण सिंह और सिपाही अमित यादव के खिलाफ बुधवार को हत्या की FIR दर्ज की गई। आज सुबह RPF DIG चंद्र मोहन मिश्रा ने तीनों को सस्पेंड कर दिया। तीनों के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश भी दिए हैं। पूरा मामला मोतीगंज थाना क्षेत्र के किनकी गांव का है। 28 सितंबर को मोतीगंज रेलवे स्टेशन क्षेत्र के बरुवाचक के पास गोंडा से गुवाहाटी जा रही एक मालगाड़ी से छह टिन सरसों का तेल चोरी हुआ था। RPF गोंडा इस चोरी के मामले की जांच कर रही थी। चोरी का आरोप किनकी गांव निवासी संजय कुमार सोनकर (35) पर भी लगा था।
संजय के परिजनों का आरोप है कि बीते दिन सुबह 11 बजे RPF गोंडा के सब-इंस्पेक्टर करण सिंह यादव, सब-इंस्पेक्टर सुरेंद्र कुमार और कॉन्स्टेबल अमित कुमार संजय कुमार हमारे घर पहुंचे और संजय को जबरन पकड़कर ले आए। पहले इन लोगों ने गांव में ही उनसे पूछताछ की। उसके बाद गाड़ी पर बिठाकर कई गांवों में दोपहर तक घुमाते रहे।
बाद में उन्हें पीटा गया। जब तबीयत बिगड़ी तो रात साढ़े 11 बजे गोंडा मेडिकल कॉलेज लेकर गए। लेकिन इसके बारे में हम लोगों को कुछ नहीं बताया। अस्पताल में संजय की मौत हो गई। मौत के बाद बिना सूचना दिए शव को मेडिकल कॉलेज की मॉर्च्युरी में रखवा दिया और वहां से चले गए।
मृतक की मां कलावती ने बताया – कल मेरे बेटे को पकड़ करके आरपीएफ वाले लेकर गए थे। मेरे बेटे के साथ मारपीट की। करंट लगाकर मार डाला। हत्या के बाद गोंडा जिला अस्पताल लाए, यहां छोड़कर के भाग गए। वो मेरे बेटे से जबरन पूछताछ कर रहे थे, जब मेरे बेटे ने कुछ किया ही नहीं तो वह क्या बता दे। मेरे बेटे ने कोई चोरी नहीं की थी। सुबह प्रधान के पास फोन गया तब मुझे पता चला कि बेटी की मौत हो गई। वे लोग घर पर उसे पीट रहे थे। पत्नी और बड़ी बेटी 12 साल की मानसी, 8 साल की बेटी रिया ने उन्हें रोका लेकिन वे लोग नहीं माने।
सूचना के बाद परिजन एक के बाद एक गोंडा मेडिकल कॉलेज पहुंचे और हंगामा करने लगे। परिवार की महिलाएं रोते रोते बेहोश हो गईं। मृतक संजय कुमार के साले ने बताया- मेरे जीजा को गांव में और फिर आरपीएफ लॉकअप ले जाकर पीटा गया, जिससे उनकी मौत हुई। घर की एक महिला ने यह भी बताया कि संजय कुमार घर पर भी मारपीट न करने की गुहार लगा रहे थे, लेकिन फिर भी उन्हें पीटा गया।
परिजनों ने पोस्टमॉर्टम की वीडियो ग्राफी कराए जाने को लेकर जिलाधिकारी गोंडा को एक प्रार्थना पत्र भी दिया है। संजय के भाई राजू ने आरोप लगाया है कि भाई संजय को आरपीएफ गोंडा मंगलवार सुबह 11:30 बजे लेकर गई थी। कल शाम को न्यायालय में पेश न करके बुरी तरह मारा पीटा और प्रताड़ित किया। मारपीट से गंभीर चोटें आई हैं। हत्या के बाद उन्हें अस्पताल लेकर गए। आरपीएफ की पिटाई से भाई की मौत हुई है।
आरपीएफ गोंडा के असिस्टेंट सिक्योरिटी कमिश्नर महेंद्र प्रसाद दुबे ने बताया- मालगाड़ी के वैगन से तेल चोरी के आरोप में भाई संजय और उसका साला पवन वांछित था। संजय को टीम कल टीम गिरफ़्तार करने गई थी। बीच में उसकी तबीयत खराब हो गई तो गोंडा जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
घटना दुखद है, मामले की जांच की जा रही है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट नहीं आ जाती तब तक कुछ नहीं कह सकते। रिपोर्ट आने के बाद जो भी सामने आएगा, उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।

