राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान का हुआ भव्य स्वागत
खुर्जा, पूर्व केंद्रीय मंत्री भारत सरकार महा-महिमा राज्यपाल केरल आरिफ मोहम्मद खान खुर्जा के आनंद रोडवेज कारोबारी महेश चौधरी के निवास पर तत्पश्चात उनके द्वारा आयोजित जन कार्यक्रम में शामिल हुए कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रचलन से हुआ महेश चौधरी द्वारा स्वागत वक्तव्य के माध्यम से उनका स्वागत किया गया उनकी पुत्रवधू रिचा चौधरी ने उनका जीवन परिचय उपस्थित जनों के समक्ष रखा एवं तनु चौधरी ने खुर्जा की प्राचीन जानकारी पंचवटी के विषय में जानकारी दी उपस्थित बड़ी संख्या में सभी ने महामहिम का माल्यार्पण व बुके के प्रदान करके स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन प्रेम प्रकाश अरोरा ने किया।
इसके बाद राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान खुजा विधायक मीनाक्षी सिंह के आवास पर पहुंचे जहां उनका जोरदार भव्य रूप से स्वागत किया गया।
महामहिम राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने अपने उद्बोधन में सभी को मार्गदर्शित करते हुए भारतीय संस्कृति के गुण महत्व की जानकारी आदि शंकराचार्य वेदव्यास स्वामी विवेकानंद पुरातन वेद पुराण भगवत गीता के सैकड़ो धरनो के माध्यम से दी और उसके महत्व को समझाया।
उन्होंने चारों वेदों के चार वाक्य मैं समझाया खाल के रंग पूजा भाषा संस्कृति को प्रभावित नहीं कर सकती संस्कृत आत्म है और भारतीय*संस्कृति जैसा दूसरा नहीं हो सकता जो स्थाई है वह भ्रम है और वही सत्य है और जो परिवर्तनशील है वह मिथ्या है प्रभु भगवान प्यासे को पानी देना भूखे को रोटी देना और किसी से नफरत ना करना यह सभी ग का शहर है वही भगवान है भगवान केवल बिल्डिंग में नहीं होते सेवा भगवान का एक रूप है स्वामी विवेकानंद जी ने अपने सब धर्म ग्रंथो का कर दो शब्द त्याग और सेवा में ही व्याख्या किया है पीले वस्त्रो का पहनना त्याग का प्रतीक है कुर्बानी का प्रतीक है हरा रंग संपन्नता का प्रतीक है सफेद रंग शांति का प्रतीक है और यदि त्याग नहीं है संपन्नता और शांति नहीं आ सकती वेदव्यास सर्वशास्त्र की व्याख्या करते हुए दूसरों का भला करना पुण्य है और दूसरे को तकलीफ देना पाप है मोक्ष इंसानियत से मिलती है यही संस्कृति का ज्ञान है।
इस अवसर पर पूर्व विधायक विजेंद्र सिंह, पूर्व अध्यक्ष राजीव बंसल, व्यापारी नेता विनोद पहलवान, समाज सेवी राहुल राठी, उद्योगपति शमी भाई, पंचवटी के अध्यक्ष मनमोहन अरोड़ा, गजेंद्र राजू , करतार सिंह, मदन लाल शर्मा, इरशाद मोहम्मद खान, ने संबोधित किया धन्यवाद पंचवटी के सचिव करन गुलाटी ने दिया