बुलंदशहर में जीएसटी फर्जीवाड़ा का खुलासा, फर्म ने दिखाई 21.7 करोड़ की फर्जी बिक्री
बुलंदशहर , नगर क्षेत्र के वलीपुरा क्षेत्र में एक फर्जी फॉर्म का पंजीकरण करा कर 4 करोड़ रुपए की जीएसटी रिटर्न का लाभ लेने का मामला सामने आया है। जीएसटी अधिकारियों की जांच के दौरान मामला पकड़ में आया तो फर्म का पंजीकरण निरस्त करते हुए आईटीसी को होल्ड कराया है।
जीएसटी विभाग के संयुक्त आयुक्त विवेक सिंह ने बताया कि नगर के वलीपुरा क्षेत्र के एक पते पर तेजवीर सिंह नामक व्यक्ति ने टीएस एंटरप्राइजेज के नाम से एक फर्म का पंजीकरण जनवरी 2025 में कराया था। पंजीकरण कराने के बाद से ही तेजवीर सिंह की ओर से खिलौने की खरीद बिक्री का काम शुरू करने का दावा किया था।
पंजीकरण के बाद पहले माह से ही फर्म से करोड़ों रुपए का टर्नओवर दर्शाया जाने लगा। जिसके चलते मार्च माह में जीएसटी विभाग के अधिकारियों को फर्म पर संदेह हुआ। जांच करने पर फर्म की ओर से फर्जी खरीद बिक्री किए जाने का पता चला। जिसके चलते अधिकारियों ने 8 अप्रैल 2025 को फर्म का पंजीकरण निरस्त कर दिया।
आगे की जांच में सामने आया कि फर्म संचालक की ओर से दिल्ली की विकास ट्रेडिंग कंपनी को 382275 महाकाल ट्रेडर्स को 8 करोड़ 86 लाख 61718 और शिवम ट्रेड्स को 12 करोड़ 87 लाख 54338 रुपए की बिक्री दर्शी गई। फर्म की ओर से वित्त वर्ष 2024-25 में कुल 6 करोड़ 3 लाख 19311 रुपए की इनवार्ड आपूर्ति दर्शाई और आईटीसी का यूटिलाइज किया गया।
इसके साथ ही 21 करोड़ 77 लख रुपए की आउटवार्ड सप्लाई घोषित करते हुए 4 करोड़ 351020 रुपए की बोगस आईटीसी पास ऑन की गई। जिस पर जीएसटी विभाग के अधिकारियों ने दिल्ली जीएसटी विभाग को पत्र लिखते हुए विकास ट्रेडिंग कंपनी, महाकाल ट्रेडर्स समय तीनों फर्मो का पंजीकरण निरस्त कराया। वहीं अब टीएस एंटरप्राइजेज के संचालक तेजवीर सिंह के खिलाफ नगर कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई है।