BSA को ऑफिस में हेड मास्टर ने पीटा, मोबाइल तोड़ा, फाइलें फाड़ीं
सीतापुर, सीतापुर में बीएसए अखिलेश सिंह को उनके कार्यालय में हेड मास्टर ने बेल्ट से पीट दिया। हेडमास्टर बृजेंद्र वर्मा अपने खिलाफ हुई शिकायत पर सफाई देने के लिए BSA कार्यालय पहुंचे थे।
हेडमास्टर की सफाई बीएसए को पसंद नहीं आई। इसके बाद दोनों में बहस होने लगी। अचानक हेडमास्टर आगे आए और मेज पर फाइल पटकी। तेजी से कमर से बेल्ट बाहर निकाली और बीएसए को पीटना शुरू कर दिया।
हेडमास्टर ने 6 सेकेंड में बीएसए को 5 बार बेल्ट मारी। जब बीएसए ने पुलिस को कॉल करने के लिए फोन उठाया तो छीनकर उसे भी तोड़ दिया। सरकारी अभिलेख फाड़ दिए। बीच-बचाव कर रहे क्लर्क प्रेम शंकर मौर्या से भी हाथापाई की। मौके पर मौजूद स्टाफ ने किसी तरह बीएसए को बचाया।
घटना के बाद कार्यालय में अफरा-तफरी मच गई। फिलहाल आरोपी हेडमास्टर को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। मामले की जांच की जा रही है।
बृजेंद्र कुमार वर्मा महमूदाबाद क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय नदवा विशेश्वरगंज के हेड मास्टर हैं। पुलिस कस्टडी में आरोपी बृजेंद्र ने बीएसए पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। हेड मास्टर ने बताया, स्कूल की एक महिला टीचर को लेकर विवाद चल रहा था, इसी के चलते बीएसए उसे लगातार परेशान कर रह थे। आज स्पष्टीकरण देने के दौरान कार्यालय में विवाद हुआ था। जिसके बाद दोनों तरफ से मारपीट हो गई।
हेड मास्टर बृजेंद्र कुमार वर्मा मंगलवार शाम महिला टीचर की शिकायतों पर सफाई देने पहुंचे। इसी दौरान बीएसए अखिलेश सिंह और उनके बीच कहासुनी बढ़ गई। विवाद इस कदर बढ़ा कि शिक्षक बृजेंद्र ने कमर से बेल्ट निकालकर बीएसए पर हमला कर दिया। दोनों पक्षों की मारपीट सीसीटीवी में कैद हो गई।
सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी शिक्षक को हिरासत में लेकर कार्रवाई शुरू कर दी है। बीएसए का मेडिकल करवाया गया है, जिसमें उनकी चोटों की गंभीरता की जांच की जा रही है। पुलिस ने बताया कि कार्यालय में पड़ी फटी हुई बेल्ट और दस्तावेजों को सबूत के रूप में जब्त किया गया है।
पीड़ित बीएसए ने मामले में पुलिस को तहरीर देकर अपनी जान-माल की सुरक्षा की मांग की है।
बीएसए अखिलेश प्रताप सिंह ने अपनी शिकायत में कहा, बृजेंद्र वर्मा ने सुनियोजित तरीके से मुझ पर जानलेवा हमला किया। उसने मेरे मोबाइल को छीनकर तोड़ दिया, सरकारी दस्तावेज फाड़े और कार्यालय में दहशत फैलाई। इस घटना से न केवल सरकारी कार्य बाधित हुआ, बल्कि मेरी जान को भी खतरा पैदा हो गया है। मैं पुलिस से इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग करता हूं।