हेमामालिनी वृंदावन की भीषण बाढ़ देखने निकलीं
यूपी में गंगा, यमुना समेत नदियों का बढ़ता जलस्तर लोगों के लिए मुसीबत बन गया है। हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद मथुरा के वृंदावन में हालात बिगड़ गए हैं। 50% इलाका बाढ़ प्रभावित है। राधा वल्लभ मंदिर में पानी भर गया। बस स्टैंड पर खड़ी बसें बाढ़ के पानी से आधी डूब गईं।
सांसद हेमामालिनी वृंदावन के बाढ़ प्रभावित लोगों के बीच पहुंची और हालचाल जाना। पूछा- खाना और दूध मिल रहा है कि नहीं। इसके बाद बच्चे को गोद में उठाकर दुलारा। उसके बाद मां से नाम पूछा तो बताया कृष्णा। उसके बाद रेस्क्यू किए गए पशुओं को चारा खिलाया।
आगरा में हाथी घाट तक यमुना की बाढ़ पहुंच गई है। श्मशान घाट डूब गए हैं। ऐसे में लोगों को सड़क किनारे अंतिम संस्कार करना पड़ रहा है। 25 कॉलोनियों में बाढ़ का पानी घुसने से करीब 4000 परिवार के लोग प्रभावित हो गए हैं। सोमवार को किला घाट पर सड़क पर जलभराव के बीच एक घोड़ा गाड़ी पलट गई। गनीमत रही कि किसी को चोट नहीं आई।
वहीं मध्य प्रदेश से 14 फीट लंबा मगरमच्छ बहकर सोनभद्र पहुंच गया। वन विभाग ने मगरमच्छ को रेस्क्यू किया। कानपुर के 12 से अधिक गांवों में बाढ़ का पानी पहुंच गया है। इससे 4000 से अधिक परिवार प्रभावित हो गए हैं।
38 जिलों में आज बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इनमें से 5 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी है। मौसम विभाग के अनुसार, 24 घंटे में प्रदेश में 2.6 मिमी बारिश हुई। यह मौसम विभाग के औसत अनुमान 5.9 मिमी से 56% कम है।
वहीं, मानसून सीजन में अब तक 647.5 मिमी बारिश दर्ज हुई है। यह औसत अनुमान 647.3 मिमी के बराबर है। यानी अब तक प्रदेश में कोटे की बारिश पूरी हो चुकी है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 5 दिनों तक ऐसा ही मौसम रहेगा।