बांग्लादेश संकट पर एक्शन में इंडियन आर्मी! , सुधरेंगे हालात?
बांग्लादेश में जारी हिंसा और अस्थिरता के बीच भारत ने स्थिति पर कड़ी नजर बना ली है. CNN News18 को सूत्रों के हवाले से पता चला है कि भारत और बांग्लादेश के सेना प्रमुख सीधे संपर्क में हैं और जमीनी हालात पर लगातार बातचीत हो रही है. मकसद साफ है, सीमा के दोनों ओर हालात काबू में रहें और किसी भी तरह की स्थिति बिगड़ने न पाए. बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वाकर उज जमान ने भारतीय सेना प्रमुख को भरोसा दिलाया है कि बांग्लादेश में मौजूद सभी भारतीय ठिकाने पूरी तरह सुरक्षित हैं.
उन्होंने कहा कि मौजूदा तनाव के बावजूद बांग्लादेश सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है. दरअसल, बांग्लादेश में हालात उस वक्त और बिगड़ गए जब भारत विरोधी कट्टरपंथी नेता शरीफ उस्मान हादी की मौत हो गई. हादी को ढाका में गोली मारी गई थी और इलाज के लिए सिंगापुर ले जाया गया था, जहां गुरुवार को उसकी मौत हो गई. वह जुलाई विद्रोह का प्रमुख चेहरा था और अंतरिम सरकार के खिलाफ प्रदर्शनकारियों के लिए एक बड़ा प्रतीक बन चुका था.
हादी की मौत के बाद भड़की हिंसा
हादी की मौत के बाद बांग्लादेश के कई हिस्सों में हिंसा फैल गई. ढाका में देश के दो बड़े अखबार प्रथोम आलो और द डेली स्टार के दफ्तरों में आगजनी की गई. इसके अलावा वामपंथी सांस्कृतिक संगठन उदीची शिल्पीगोष्ठी के कार्यालय में भी तोड़फोड़ की गई. कई इलाकों में आगजनी और पत्थरबाजी की घटनाएं सामने आईं, जिससे माहौल और तनावपूर्ण हो गया. शनिवार को तड़के लक्ष्मीपुर सदर उपजिला में खालिदा जिया की पार्टी BNP के नेत के घर में आग लगा दी गई. इसमें नेता की 7 साल की बेटी की मौत हो गई.
इन घटनाओं का असर भारत बांग्लादेश संबंधों पर भी साफ दिखने लगा है. मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के सत्ता में आने के बाद भारत लगातार बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों, खासकर हिंदुओं पर हो रहे हमलों को लेकर चिंता जता रहा है. गुरुवार को एक हिंदू युवक को बांग्लादेश में ईशनिंदा के आरोप में पहले मार दिया गया. फिर उसे पेड़ से बांधकर जला दिया गया. इस मामले में अब सामने आ रहा है कि युवक को झूठे आरोप में फंसाया गया. पुलिस ने उसे हिरासत में लिया था, लेकिन बाद में उसे भीड़ के हवाले कर दिया.

