भारत की पहली आईसीसी महिला विश्व कप की जीत
नई दिल्ली. भारत की पहली आईसीसी महिला विश्व कप जीत की नींव मिथाली राज, झूलन गोस्वामी, रीमा मल्होत्रा, अंजुम चोपड़ा और कई अन्य खिलाड़ियों ने रखी थी. रविवार को नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में इन पूर्व क्रिकेटरों ने जीत के जज्बे के साथ जो शुरुआत की थी उस कोशिश को आगे बढ़ाते हुए हरमनप्रीत कौर आईसीसी ट्रॉफी उठाने वाली पहली भारतीय महिला बनीं. जीत के बाद मिताली और अन्जुम के साथ पूर्व क्रिकेटर्स ने इस ट्रॉफी को उठाया और इसको हासिल करने का गर्व महसूस किया.
अपने पहले वनडे विश्व कप में भारत का नेतृत्व करते हुए, हरमनप्रीत की टीम ने टूर्नामेंट के बीच में तीन हार को पीछे छोड़ते हुए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऐतिहासिक रन-चेज के साथ फाइनल में जगह बनाई. फाइनल में शेफाली वर्मा के ऑल-राउंड प्रदर्शन और दीप्ति शर्मा के पांच विकेटों ने नवी मुंबई में इतिहास रच दिया. जब पूरी भारतीय टीम ने मिताली, झूलन, अंजुम और मल्होत्रा से विश्व कप को अपने हाथों से उठाने के लिए कहा, तो भावनाओं पर काबू नहीं कर सके. ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. आईसीसी महिला विश्व कप को बच्चे की तरह पकड़ते हुए, मिताली ने “बहुत बहुत धन्यवाद” कहा और ट्रॉफी को उठाया जैसे सभी कप्तान करते हैं.
मल्होत्रा, जो उनके बगल में खड़ी थीं, ने भी वही किया. पूरी भारतीय टीम ने दोनों को घेर लिया. इस बीच, झूलन गोस्वामी ने ऐसे जश्न मनाया जैसे उन्होंने खुद एक्टिव क्रिकेटर के रूप में विश्व कप जीता हो. ट्रॉफी मिलने पर, पूर्व बंगाल पेसर की आंखों से आंसू बहने लगे जब उन्होंने स्मृति मंधाना और हरमनप्रीत के साथ ट्रॉफी उठाई. अंजुम चोपड़ा, एक और पूर्व भारतीय कप्तान ने भी ट्रॉफी उठाई.
झूलन गोस्वामी ने स्मृति मंधाना और हरमनप्रीत के किए गए वादे का खुलासा किया. “आप जानते हैं कि इस विश्व कप से पहले उन्होंने मुझसे वादा किया था. हम आपके लिए करेंगे. पिछले साल उन्होंने कहा था कि हम नहीं कर सके क्योंकि 2022 में हम सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाए थे.”

