इजरायल का दावा- ईरान के 9 परमाणु वैज्ञानिक ढेर
Israel Iran War Update: मिडिल ईस्ट में लगातार बढ़ते तनाव के बीच इजरायल ने ईरान के परमाणु हथियार कार्यक्रम पर सीधा वार करते हुए बड़ा दावा किया है. इजरायल डिफेंस फोर्सेज (IDF) ने कहा है कि उसने ईरान के परमाणु प्रोग्राम से जुड़े कुल 9 वरिष्ठ वैज्ञानिकों को निशाना बनाकर मार गिराया है. इस ऑपरेशन का 3D फुटेज भी जारी किया गया है.
वहीं ईरानी सरकारी मीडिया ने भी इस बात की पुष्टि की है कि इजरायल के हवाई हमलों में उसके तीन और वरिष्ठ परमाणु वैज्ञानिकों की मौत हो गई है. इसके साथ ही अब तक मारे गए वैज्ञानिकों की कुल संख्या 9 हो गई है.
इजरायली सेना ने बताया कि ये सभी वैज्ञानिक शुक्रवार तड़के किए गए एक ही हमले में मारे गए. इसी हमले के दौरान दर्जनों ईरानी सैन्य कमांडर भी मारे गए. इनमें छह शीर्ष सैन्य अधिकारी भी शामिल हैं. IDF ने कहा कि इस ऑपरेशन को सफल बनाने के लिए पिछले एक साल में खुफिया रिसर्च को बेहद गोपनीय तरीके से तेज किया गया. एक योजना के तहत दर्जनों इजरायली खुफिया रिसर्चर कई सालों से इन वैज्ञानिकों की गतिविधियों पर नजर रखे हुए थे.
इसी गुप्त योजना का नतीजा था कि एक साथ इतने महत्वपूर्ण वैज्ञानिकों को सही वक्त पर, सही जगह पर निशाना बनाया जा सका. इधर ईरान ने इन वैज्ञानिकों की मौत को ‘जायनिस्ट शासन का आतंकवाद’ करार दिया है और इसे कायराना हमला बताया है.
इजराइली हमलों में मारे गए 9 ईरानी परमाणु वैज्ञानिकों के नाम
1. फरिदून अब्बासी- परमाणु इंजीनियरिंग एक्सपर्ट
2. मोहम्मद मेहदी तेहरांची- फिजिक्स एक्सपर्ट
3. अकबर मुतलेबी जादेह- केमिकल इंजीनियरिंग एक्सपर्ट
4. सईद बर्जी- मेटेरियल्स इंजीनियरिंग एक्सपर्ट
5. अमीर हसन फाखाही- फिजिक्स एक्सपर्ट
6. अब्दुल-हमीद मीनूशेहर- रिएक्टर फिजिक्स एक्सपर्ट
7. मनसूर असगरी- फिजिक्स एक्सपर्ट
8. अहमद रेजा जोल्फगारी दरयानी- न्यूक्लियर इंजीनियरिंग एक्सपर्ट
9. अली बखूई कातिरीमी- मैकेनिक्स एक्सपर्ट
कैसे हुआ हमला? 3D फुटेज में दावा
IDF ने ऑपरेशन का एक 3D एनिमेशन फुटेज जारी किया है. इसमें दिखाया गया है कि वैज्ञानिकों को अलग-अलग गुप्त ठिकानों पर बेहद सटीक तरीके से निशाना बनाया गया. हालांकि स्वतंत्र स्रोतों से इसकी पुष्टि अब तक नहीं हो सकी है.
ईरान की कड़ी चेतावनी
ईरान ने साफ कहा है कि इस हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा. इससे पहले ईरान ने अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस को भी धमकी दी थी कि अगर इजरायल पर उसके हमलों को रोकने की कोशिश की गई तो इन देशों के सैन्य बेस और जहाज सीधे निशाने पर होंगे.
तनाव और भड़कने के आसार
एक्सर्पट का मानना है कि वरिष्ठ वैज्ञानिकों की हत्या से ईरान-इजरायल टकराव और खतरनाक मोड़ ले सकता है. इससे क्षेत्र में नई जंग छिड़ने का खतरा बढ़ गया है.