झांसी : बाइक में महिला का दुपट्टा फंसा, हाथ अलग, कोहनी से कटकर पहिए में फंसा
झांसी में बाइक पर बैठी महिला का दुपट्टा चेन में फंस गया। दुपट्टा हाथ में लिपटा था। पहले महिला नीचे गिरी, फिर इतने जोर का झटका लगा कि पलक झपकते ही महिला का बायां हाथ शरीर से अलग हो गया।
कोहनी से कट कर हाथ बाइक के पहिए में जाकर फंस गया। महिला दर्द से बेहोश हो गई। खून से लथपथ महिला को घर वाले अस्पताल ले गए। लेकिन, उसका हाथ जोड़ा (प्लांट) नहीं जा सका। हादसे के वक्त महिला की गोद में उसकी 5 महीने की बेटी भी थी। वह उसे अस्पताल दिखाने जा रही थी, जबकि भाई बाइक चला रहा था। घटना प्रेमनगर थाना क्षेत्र के राजगढ़ में 12 नवंबर की है।
हिला के पति वासुदेव ने बताया- भाई दूज पर पत्नी रक्षा मायके आई थी। यहां पर 5 माह की बेटी की तबीयत खराब हो गई। पत्नी बेटी को लेकर डॉक्टर के पास जा रही थी। उसका बड़ा भाई शैलेंद्र बाइक चला रहा था। वह बच्ची को लेकर पीछे बैठी थी, तभी हादसा हो गया।
चलती बाइक पर पत्नी का दुपट्टा पिछले पहिए के पास चेन में फंस गया। दुपट्टा हाथ में लिपटा था। झटका लगने पर पत्नी बाइक से नीचे गिर गई। सेकंड्स में उसका हाथ अलग हो गया। हादसे के बाद पत्नी दर्द से चिल्लाते हुए बेहोश हो गई। अस्पताल ले गए। वहां डॉक्टरों ने हाथ को जोड़ने से मना कर दिया। अभी हालत में कुछ सुधार हुआ है। इतने बड़े हादसे के बावजूद मां ने अपनी बेटी को बचा लिया। गिरते समय बच्ची को इस कदर जकड़े रही कि उसे खरोंच तक नहीं आई।
रक्षा के पिता राजगढ़ में परिवार के साथ रहते हैं। रक्षा की शादी 22 फरवरी, 2023 को इंदौर निवासी वासुदेव के साथ हुई थी। सीओ सिटी रामवीर सिंह का कहना है कि महिला का दुपट्टा बाइक की चेन में फंस गया। इससे हाथ कट गया। उसे भर्ती करवाया गया है। हालत स्थिर है।
पति वासुदेव ने कहा- जब पत्नी के घायल होने की मुझे सूचना मिली, तो मुझे कुछ समझ में नहीं आया। मेरा साला जो अस्पताल सबसे करीब था, वहीं पर लेकर पहुंचा। पत्नी को एडमिट किया। उससे यह गलती हो गई कि कटा हुआ हाथ घटनास्थल पर छोड़ आया था। मैं भी बाद में अस्पताल पहुंचा।
लोगों ने पुलिस को बुला लिया था। हॉस्पिटल में जब पुलिस पहुंची, तब उनके पास मेरी पत्नी का हाथ था। उन्होंने डॉक्टर को हाथ सौंप दिया, मगर तब तक बहुत देर हो चुकी थी। डॉक्टरों ने बताया कि अब हाथ को दोबारा पत्नी के शरीर से जोड़ा नहीं जा सकता।
महिला का इलाज करने वाले डॉक्टर जावेद ने कहा- महिला का हाथ तय समय में हॉस्पिटल नहीं लाया गया। जब हमें मिला, तब तक नसों से सारा खून निकल चुका था। इसलिए प्लांट करना संभव नहीं हुआ। ऑपरेशन हो चुका है। अब आगे आर्टिफिशियल हाथ ही लगाना होगा।