कानपुर IAS की तैयारी कर रही छात्रा गंगा में कूदी
बिजनौर में कानपुर IIT से बीटेक कर चुकी छात्रा गंगा में कूद गई। वह सोमवार सुबह मॉर्निंग वॉक के लिए अपनी चाचा की बेटी के साथ घर से निकली थी। वहां से गंगा बैराज पहुंच गई। बैराज पर अचानक रेलिंग पर चढ़ी और छलांग लगा दी।
छात्रा के गंगा में कूदते ही हड़कंप मच गया। तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। सर्च ऑपरेशन शुरू किया, लेकिन छात्रा का कुछ पता नहीं चल पाया। छात्रा का नाम ललिता सिंह (27) है। वह IAS की तैयारी कर रही थी। घटना की जानकारी लगते ही नानी जयावती समेत परिवार के लोग गंगा किनारे पहुंच गए हैं।
पुलिस के मुताबिक, ललिता सिंह खानपुर माजरा इलाके की रहने वाली थी। पिता चौधरी वेदप्रकाश संग्रह अमीन हैं। ललिता ने 3 साल पहले कानपुर IIT से बीटेक पास किया था। जॉब न करके वह सिविल सर्विसेज की तैयारी में जुट गई।
रोजाना की तरह मॉर्निंग वॉक के लिए निकली। घर से थोड़ी दूर पर ही बस अड्डा है। ललिता ने अपनी चचेरी बहन अक्षी से कहा कि गंगा बैराज पर घूमकर आते हैं। दोनों बस में बैठ गईं और बैराज पर उतर गईं। ललिता बैराज पर टहल रही थी, तभी अचानक वह रेलिंग पर चढ़ गई। जब तक अक्षी कुछ समझ पाती, उसने छलांग लगा दी। ये देखकर वह घबरा गई। वह चिल्लाने लगी। आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी।
तुरंत गोताखोरों को बुलाकर सर्चिंग शुरू करवाई गई। पुलिस ने बताया कि जहां ललिता कूदी वहां पानी की गहराई 20 फीट से ज्यादा है। सिंचाई विभाग की टीम ने उस ओर से खुला बैराज का गेट बंद करा दिया। एसडीआरएफ टीम को भी बुलाया है।
घटना जानकारी लगते ही परिवार वाले गंगा के किनारे पहुंच गए। ताऊ दिलराम सिंह और चाचा रोहिताश ने बताया कि किसी एग्जाम का रिजल्ट आया था। उसी की वजह से परेशान थी। ये चार भाई बहन हैं- दो बहन और दो भाई। ललिता सबसे बड़ी थी। बिजनौर शहर कोतवाली क्षेत्र के सेंट मैरी स्कूल के पास परिवार रहता है। पिता चांदपुर तहसील में अमीन के पद पर तैनात है। एक भाई साइंटिस्ट है और दूसरा इंजीनियर है। दोनों बाहर रहते हैं।
ललिता ने वैदिक कन्या इंटर कालेज चांदपुर से हाईस्कूल और इंटर पास किया था। दरबड़ा कॉलेज चांदपुर से बीएससी और छत्रपति साहू जी महाराज यूनिवर्सिटी से एमएससी पास किया। 2022 में उसने कानपुर आईआईटी से बीटेक किया था। उसने मलूका आईएएस कोचिंग सेंटर, मुखर्जी नगर, दिल्ली से दो साल तक तैयारी की। अब ऑनलाइन पढ़ाई कर रही थी। उसने 13 अक्टूबर को UPPCS का एग्जाम दिया था, जो क्लियर नहीं हो पाया था।

