कासगंज : 9वीं में पढ़ने के दो छात्रों के बीच मारपीट, गले की हड्डी टूटी
कासगंज में 9वीं में पढ़ने के दो छात्रों के बीच मारपीट हो गई। एक छात्र ने दूसरे को धक्का मारकर दीवार में लड़ाया। उसकी गर्दन पकड़ कर बेंच पर पटक दी। जब छात्र दर्द से तड़पने लगा तो उसकी गर्दन छोड़ी। बच्चे ने इसकी शिकायत टीचर से की। स्कूल प्रशासन ने उसकी पट्टी करवाकर क्लास में बिठा दिया।
छात्र दर्द से कराहते हुए घर पहुंचा तो परिजन उसे अस्पताल ले गए। डॉक्टरों ने छात्र का एक्सरे कराया। उसकी हड्डी दो जगह से टूटी मिली। शिकायत लेकर पहुंचे परिजनों की स्कूल प्रशासन ने नहीं सुनी तो पुलिस को फोन मिलाया। इस दौरान स्कूल वालों ने परिजन का मोबाइल छीन लिया। घटना नदरई स्थित जेपी पब्लिक स्कूल की है।
न्यू माधोपुर कॉलोनी निवासी 14 साल का किशोर जेपी पब्लिक स्कूल में कक्षा 9 का छात्र है। उसने बताया कि क्लास में पढ़ने वाला 15 साल का लड़का कई दिनों से उसे परेशान कर रहा था। 4 दिन पहले जब वो मालगोदाम रोड पर कोचिंग जा रहा था, तब उसने उसके साथ मारपीट की थी।
परिजनों ने इसकी शिकायत स्कूल प्रशासन और छात्र के परिजनों से कर दी। इससे नाराज होकर 27 अगस्त को आरोपी छात्र ने क्लास रूम में ऋषभ की पिटाई कर दी।
पीड़ित छात्र ने बताया- आरोपी ने क्लास में बच्चों के सामने पहले गाल-गलौज की। उसके बाद मेरा गला पकड़कर धक्का मारते हुए ब्लैक बोर्ड तक ले गया। फिर दीवार में लड़ा दिया। इसके बाद उसने गला पकड़कर बेंच पर पटक दिया। काफी देर तक वो गला पकड़े रहा। जब मैं दर्द के मारे चिल्लाने लगा तो उसने मुझे छोड़ा।
पिता वीरेश कुमार का आरोप है कि स्कूल प्रशासन ने पट्टी कराकर बेटे को क्लास में दोबारा बैठा दिया। बेटा वापस आया तो बोला गले में दर्द हो रहा। वजह पूछने पर मारपीट की पूरी वारदात बताई। जब हम लोग स्कूल पहुंचे और कार्रवाई की मांग की तो स्कूल प्रशासन ने कोई कदम नहीं उठाया।
जब हम लोग पुलिस को सूचना देने के लिए फोन निकालने लगे तो स्कूल वालों ने फोन छीन लिया। करीब आधे घंटे बाद फोन वापस किया। घायल बेटे को घर ले जाने की बात कही। स्कूल से बाहर आकर मैंने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने तहरीर पर पिटाई करने वाले छात्र के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
स्कूल से लौटने के बाद भी बेटे का दर्द नहीं ठीक हुआ तो उसे डॉक्टर के पास ले गए। डॉक्टर ने एक्स-रे कराया तो पता चला कि बेटे के गले की हड्डी दो जगह से टूटी है। उसका लंबा इलाज चलेगा। डॉक्टर ने बेटे को एक महीने का बेड रेस्ट लिखा है। अब वो स्कूल भी नहीं जा पाएगा। पीड़ित छात्र के पिता वीरेश के मुताबिक, स्कूल प्रशासन कार्रवाई से बच रहा है। क्योंकि आरोपी छात्र की मां इसी स्कूल में टीचर हैं। इसके चलते कोई कार्रवाई नहीं हुई। एफआईआर होने के बाद आरोपी के परिवार के लोग धमकी देकर समझौते का दबाव बना रहे हैं।
जिला अस्पताल के एक्सरे टेक्नीशियन अनिल कुमार ने बताया- छात्र के गले के नीचे की हड्डी (हसली) दो जगह से टूट गई है। सही होने में लगभग डेढ़ महीने का समय लगेगा। बच्चा ज्यादा मूवमेंट नहीं कर सकता है। उसका इलाज हमारे यहां के डॉक्टर ही कर रहे हैं।