कासगंज : चौकी से 400 मीटर दूर झाड़ियों में मिला दरोगा का शव
कासगंज में चौकी इंचार्ज का शव हाईवे किनारे झाड़ियों में मिला। दरोगा सुबह टहलने गए थे, मोबाइल चौकी पर ही भूल गए थे। दो घंटे बाद भी नहीं लौटे तो सिपाही उनको ढूंढते निकले। चौकी से 400 मीटर दूर सड़क के किनारे दरोगा का शव लहूलुहान हालत में पड़ा हुआ था।
सिपाहियों ने अधिकारियों को सूचना दी। सोरो थाना पुलिस दरोगा को जिला हॉस्पिटल लेकर गई, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने परिजनों को हादसे की सूचना दी। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया।
पुलिस का कहना है कि अज्ञात वाहन की टक्कर से कछला चौकी इंचार्ज की मौत हुई है। हादसे की सूचना पर एसपी अंकिता शर्मा भी मौके पर पहुंचीं।
घटना मंगलवार सुबह 5 बजे सोरों थाना क्षेत्र में बरेली-मथुरा हाईवे की है। SI प्रहलाद सिंह जादौन मथुरा जिले के रहने वाले थे। 4 महीने से चौकी पर तैनात थे।
मथुरा जिले के नरी सेमरी गांव निवासी प्रहलाद सिंह जादौन 1990 में पुलिस में कॉन्स्टेबल पद पर भर्ती हुए थे। 5 साल से कासगंज जिले में तैनात थे। 2024 में SI के पद पर प्रमोशन मिला था। 9 मार्च से सोरों कोतवाली क्षेत्र की कछला चौकी पर तैनात थे। यहां अकेले ही रहते थे। परिवार मथुरा के मथुरा की पुष्पांजलि कॉलोनी में रहता है।
पुलिस ने बताया कि प्रहलाद सिंह रोज की तरह सुबह 5 बजे टहलने गए थे। फोन भी चौकी पर छोड़ गए थे। दो घंटे बाद भी प्रहलाद सिंह नहीं लौटै। उनके साथ गया उनका पालतू डॉग वापस आ गया था। तब चौकी के सिपाहियों को अनहोनी की आशंका हुई। सिपाही उनको ढूंढने निकले।
चौकी से करीब 400 मीटर दूर सुबह करीब साढ़े 7 बजे पुलिया के पास झाड़ियों में खून से लथपथ प्रहलाद सिंह का शव पड़ा हुआ था। इंस्पेक्टर सोरों जगदीश चंद्र ने बताया कि सुबह टहलने के दौरान अज्ञात वाहन ने प्रहलाद सिंह को टक्कर मार दी। जिससे उनकी मौत हो गई।
SI प्रहलाद सिंह की पत्नी रामवती की 2021 में मौत हो गई थी, परिवार में दो बेटे लोकेंद्र (32), तेजेंद्र सिंह (30) और बेटी ललितेश (28) हैं। तीनों की शादी हो चुकी है। बेटे प्राइवेट नौकरी करते हैं। हादसे की सूचना के बाद पूरा परिवार हॉस्पिटल पहुंचा। बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है।