यूपी में एनकाउंटर के बाद किडनैपर मुस्कराया, इंस्पेक्टर बोले- हंसना मत
हमीरपुर में रविवार रात अपहरण के मामले में वांछित चल रहे आरोपियों की पुलिस के साथ मुठभेड़ हुई। पुलिस ने एक आरोपी के पैर पर गोली मारकर उसे पकड़ा।
हाफ एनकाउंटर के बाद पुलिस वीडियो बना रही थी। पुलिस कर्मी घायल आरोपी को कंधे पर लादकर सहारा देते हुए ले जा रहे थे, तभी वह मुस्कुराने लगा।
एनकाउंटर टीम में शामिल इंस्पेक्टर ने वीडियो शूट रोकने का इशारा करते हुए आरोपी से कहा- हंसना मत, वीडियो बन रहा है। इसके बाद अपराधी ने चेहरे पर गंभीरता के भाव उकेर लिए। लंगड़ाते हुए चलने लगा। पुलिस ने हड़बड़ी में एनकाउंटर का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया, जो अब वायरल है।
पुलिस ने बताया कि आरोपी के पास से एक अवैध तमंचा 315 बोर, एक जिंदा और एक खोखा कारतूस बरामद हुआ है। हमीरपुर में इस ऑपरेशन लंगड़ा पर कई सवाल भी उठ रहे हैं।
19 सितंबर को युवक का अपहरण किया था राठ कोतवाली क्षेत्र में 19 सितंबर की रात शिवम (28) का अपहरण कर लिया गया था। आरोपियों ने उसकी पिटाई की और रोडवेज बस स्टैंड के पास छोड़ दिया। पीड़ित के ममेरे भाई जय नारायण की शिकायत पर 20 सितंबर को छह लोगों के खिलाफ केस दर्ज हुआ। इनमें विवेक राजपूत भी शामिल था।
सीओ राठ राजीव प्रताप सिंह ने बताया- पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही थी। इसी दौरान सर्विलांस टीम को विवेक राजपूत की लोकेशन मिली। तत्काल मालवा रोड के पास पुलिस टीम पहुंची। विवेक और उसका एक अन्य साथी बाइक से आते दिखे। पुलिस ने उन्हें रुकने का इशारा किया।
पुलिस को देखते ही विवेक ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस की ओर से जवाबी फायरिंग में उसके दायें पैर में गोली लगी। वह घायल होकर जमीन पर गिर पड़ा। पुलिस ने उसे दबोच लिया। जबकि विवेक का साथ फरार हो गया।
पुलिस खुद वीडियो बना रही थी मुठभेड़ के बाद पुलिस वीडियो बना रही थी। पुलिस ने विवेक के पैर पर कपड़ा बांधा। इसके बाद कंधे का सहारा देकर चलते हुए वीडियो बना रहे थे। तभी विवेक मुस्कुराने लगा।
इस पर एनकाउंटर टीम में शामिल राठ कोतवाली प्रभारी इंस्पेक्टर अमित कुमार ने वीडियो रिकॉर्डिंग रोकने का इशारा करते हुए विवेक से कहा- हंसना मत। इसके बाद विवेक ने अपना चेहरा गंभीर बना लिया और लंगड़ा कर चलने लगा।
सोशल मीडिया और वॉट्सऐप ग्रुपों में किया शेयर आनन-फानन में इस एनकाउंटर के 5 वीडियो पुलिस आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट्स और मीडिया वॉट्सऐप ग्रुपों में शेयर कर दिए गए। इनमें से एक वीडियो में अपराधी के मुस्कुराने और इंस्पेक्टर द्वारा उसे रोकने का भी वीडियो है।
जैसे ही वीडियो वायरल हुआ, पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो गए। लोग पूछने लगे कि “अगर सच में गोली लगी है तो आरोपी दर्द से कराहने की बजाय हंस कैसे सकता है?” कई यूजर्स ने इसे “फर्जी एनकाउंटर का प्रूफ” तक बताया। वहीं, कुछ ने इसे पुलिस की जल्दबाजी और लापरवाही करार दिया। सीओ राठ राजीव प्रताप सिंह ने बताया कि विवेक के खिलाफ पहले से 9 गंभीर मामले दर्ज हैं। उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फरार दो आरोपियों की तलाश की जा रही है।