कुशीनगर : गैंगरेप के बाद हाथ-पैर बांधकर पिलाया जहर, मौत
कुशीनगर में 14 साल की लड़की के साथ 4 युवकों ने रेप किया। पीड़िता ने विरोध किया और परिवार को पूरी बात बताने की धमकी दी तो आरोपियों ने उसके साथ मारपीट की। फिर हाथ पैर बांध दिए और जबरन जहर पिला दिया। 23 दिन के संघर्ष के बाद आखिरकार गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में मंगलवार को उसकी मौत हो गई।
मामला जिला मुख्यालय से 70 किमी दूर हनुमानगंज थाना क्षेत्र के एक गांव का है। मां ने कहा- बेटी ने पहले 2 आरोपियों के नाम बताए थे। फिर उसके शरीर में जहर इतना फैल गया था कि वह बोल नहीं पा रही थी। उंगली के इशारे से उसने बताया कि वारदात में चार लोग शामिल थे। परिवार ने पुलिस पर केस में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है।
वारदात के बाद परिवार के लोगों ने बेटी के बयान के आधार पर 2 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कराया। जब पीड़िता की हालत में कुछ सुधार हुआ तो उसने 2 और आरोपियों के नाम राहुल और गोविंद बताए। परिजनों ने पुलिस से मांग की कि केस में अन्य 2 आरोपियों के नाम जोड़ दिए जाएं। लेकिन पुलिस ने उनका नाम नहीं जोड़ा। अभी तक गिरफ्तारी सिर्फ दो आरोपियों की हुई है। दोनों को जेल भेज दिया गया है।
एक आरोपी स्टीफन और दूसरे का नाम अंगद है। ये दोनों पीड़िता के ही गांव के रहने वाले हैं। वहीं, दो आरोपी अभी भी गांव में खुलेआम घूम रहे हैं। मामले में परिवार के लोग पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं।
मां ने वारदात के बाद पुलिस को दी तहरीर दी थी। जिसमें बताया- मेरी बेटी 30 जून की रात घर से किसी पर्सनल काम के लिए निकली थी। तभी उसे गांव के 2 लोग जबरन पकड़कर खेत में ले गए। वहां 2 लोग और आ गए। चारों लोगों ने बेटी के साथ गैंगरेप किया।
बेटी ने विरोध किया तो उसके साथ इन लोगों ने मारपीट की। जबरन हाथ-पैर बांधकर उसको जहर पिला दिया। गांव के एक युवक ने बेटी की आवाज सुनी तो वो चिल्लाने लगा।
उसकी आवाज सुनकर आरोपी भाग गए। किसी तरह मेरी बेटी घर आई। घर आकर उसने इशारे में पूरी घटना बताई। बार-बार दो का नाम बता रही थी और 4 उंगली दिखा रही थी। हम लोग बेटी को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। जहां हालत गंभीर होने पर उसे गोरखपुर भेज दिया। वो लोग मेरी बेटी को मार देंगे। सभी पर सख्त कार्रवाई करें।
भाई ने बहन के बयान का बनाया वीडियो
रेप पीड़िता के बयान का उसके भाई ने वीडियो बनाया। वीडियो अस्पताल का है। जिसमें वो अपने साथ हुई पूरी घटना बता रही है। पीड़िता कह रही है- 4 लोग हमको उठाकर ले गए। वो लोग हमको पकड़ लिए, फिर गंदा काम किया। जबरदस्ती जहर भी पिला दिया। हम किसी तरह से बचकर आए थे।
मां बोली- बेटी मरना नहीं चाहती थी
बेटी की मौत के बाद पीड़िता की मां बदहवास है। उन्होंने कहा- ‘मेरी बेटी सारे आरोपियों को सजा दिलाना चाहती थी। उसने बहुत हिम्मत करके सबके नाम बताए थे। जहर की वजह से वो बिल्कुल बोल नहीं पा रही थी। कुछ नहीं खा-पी पाती थी। वो मरना नहीं चाहती थी, लेकिन इलाज के बाद भी वो बच नहीं पाई। देखो अब पुलिस इस मामले में क्या कार्रवाई करती है।’
मां ने वारदात के बाद पुलिस को दी तहरीर दी थी। जिसमें बताया- मेरी बेटी 30 जून की रात घर से किसी पर्सनल काम के लिए निकली थी। तभी उसे गांव के 2 लोग जबरन पकड़कर खेत में ले गए। वहां 2 लोग और आ गए। चारों लोगों ने बेटी के साथ गैंगरेप किया।
बेटी ने विरोध किया तो उसके साथ इन लोगों ने मारपीट की। जबरन हाथ-पैर बांधकर उसको जहर पिला दिया। गांव के एक युवक ने बेटी की आवाज सुनी तो वो चिल्लाने लगा।
उसकी आवाज सुनकर आरोपी भाग गए। किसी तरह मेरी बेटी घर आई। घर आकर उसने इशारे में पूरी घटना बताई। बार-बार दो का नाम बता रही थी और 4 उंगली दिखा रही थी। हम लोग बेटी को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। जहां हालत गंभीर होने पर उसे गोरखपुर भेज दिया। वो लोग मेरी बेटी को मार देंगे। सभी पर सख्त कार्रवाई करें।पीड़िता 2 भाई और 2 बहन थी। परिवार में सभी लोग खेती-किसानी करते हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत खराब है। इलाज में अब तक परिवार का डेढ़ लाख रुपए खर्च हो चुका है। मौत के बाद परिवार के लोग सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
मामले में सीओ उमेश कुमार भट्ट का कहना है आवश्यक कार्रवाई के लिए हनुमानगंज पुलिस को निर्देश दिया जा रहा है। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।