लखनऊ : बिजली कर्मियों का प्रदर्शन, वर्टिकल व्यवस्था खत्म करने की मांग,समान कार्य का समान वेतन दो
लखनऊ , उत्तर प्रदेश पावर कार्पोरेशन निविदा/संविदा कर्मचारी संघ के बैनर तले सोमवार को बड़ी संख्या में बिजली विभाग के आउटसोर्स कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया। इंद्रलोक हाइडिल कॉलोनी, कृष्णा नगर में बिजली कर्मचारियों ने वर्टिकल व्यवस्था खत्म करो, समान कार्य का समान वेतन दो और लेसा अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि समान काम करने के बावजूद स्थायी कर्मचारियों और संविदा कर्मियों के बीच वेतन और सुविधाओं में भारी अंतर है। प्रदेश महामंत्री देवेन्द्र कुमार पाण्डेय ने कहा कि ऊर्जा विभाग में वर्षों से कार्यरत आउटसोर्स कर्मियों को स्थायी करने के लिए सरकार को स्पष्ट नीति लानी चाहिए।
कर्मचारियों ने कहा कि वर्टिकल व्यवस्था ने विभाग में असमानता और असुरक्षा की भावना पैदा कर दी है। कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि इस व्यवस्था के चलते कार्यस्थल पर पारदर्शिता खत्म हो रही है और आउटसोर्स कर्मचारियों का शोषण बढ़ गया है। प्रदर्शन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर पुलिस बल भी मौजूद रहा। शांतिपूर्ण तरीके से हुए इस प्रदर्शन के जरिए कर्मचारियों ने सरकार से चेताया कि उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो आंदोलन को अगले चरण में ले जाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि विभाग को चाहिए कि कर्मचारियों की मांगों पर गंभीरता से विचार कर समाधान निकाले, अन्यथा आंदोलन को व्यापक किया जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी कि मांगें न मानी गईं तो प्रदेशभर के वितरण मंडलों में क्रमिक कार्य बहिष्कार किया जाएगा। प्रदर्शन के दौरान संघ के पदाधिकारियों ने ज्ञापन तैयार कर अधीक्षण अभियंता को सौंपा, जिसमें स्थायीकरण सहित अन्य मुद्दों के त्वरित समाधान की मांग की गई। संघ पदाधिकारियों ने बताया कि बिजली विभाग में लगभग सभी मंडलों के आउटसोर्स कर्मचारी अपनी समस्याओं को लेकर लामबंद हो चुके हैं। लंबे समय से लंबित भुगतान, असुरक्षित कार्य परिस्थितियां और बीमा जैसी बुनियादी सुविधाओं की अनुपलब्धता ने असंतोष को और बढ़ा दिया है।

