लखनऊ : मंत्री दिनेश प्रताप सिंह के खिलाफ प्रदर्शन, NSUI ने तस्वीर पर पोती कालिख
लखनऊ के हजरतगंज में NSUI के छात्रों ने सोमवार को प्रदर्शन किया। छात्रों ने मंत्री दिनेश प्रताप सिंह की तस्वीर पर कालिख पोती और मुर्दाबाद के नारे लगाए। विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने छात्रों को हिरासत में लिया है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि मंत्री अपने बयान पर मांफी मांगें।
मंत्री दिनेश प्रताप सिंह के आवास की सुरक्षा बढ़ी कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा उनके घर पर प्रदर्शन और नेम प्लेट पर कालिख पोतने के बाद मंत्री दिनेश प्रताप सिंह के आवास की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। उन्होंने हाल ही में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी को ‘बूढ़ी औरत’ कहकर टिप्पणी की थी, जिसके बाद से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश है।
रविवार को कांग्रेस नेताओं ने दिनेश प्रताप सिंह के गेट पर ‘चोर’ और ‘बेईमान’ लिखकर अपना विरोध जताया। इस घटना के बाद प्रशासन ने मंत्री के आवास पर सुरक्षा बढ़ाने का फैसला किया है। विरोध के चलते इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। मंत्री आवास के आसपास कड़ी निगरानी रखी जा रही है, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
पहले पोस्ट में लिखा- राजनैतिक व्यक्ति अपने राजनैतिक जीवन की शुरुआत अपने घर से करता है। जबकि गांधी परिवार का कोई भी व्यक्ति अपनी राजनीति अपने घर से नहीं कर पाया। हम सब जानते हैं कि ये नकली गांधी परिवार के लोग दिल्ली में अपनी पीढ़ियां बिता चुके हैं। लेकिन किसी ने अपनी मुहब्बत की दुकान दिल्ली में नहीं खोली, इसलिए कि वह दुकान दिल्ली में नहीं चल सकती।
देश जानता है कि यह पलायन वादी लोग हैं। इटली छोड़ा भारत आए, रायबरेली छोड़ा राजस्थान गए और एक बार फिर रायबरेली, अमेठी छोड़कर वायनाड गईं। परजीवी लोग हैं, जहां किसी और के सहारे से काम बना तो बना लिया, नहीं तो भाग निकले। सोनिया गांधी, राहुल गांधी के चुनाव के स्कोर से दूसरे दलों का वोट निकाल दिया जाए तो आज भी हारे हुए हैं। सब कोई जानता है कि वायनाड भागने का कारण क्या है..।
मंत्री दिनेश प्रताप सिंह के घर के गेट पर यूपी कांग्रेस के महासचिव अनिल यादव ने काले पेंट से चोर-बेईमान लिख दिया। नेम प्लेट पर भी कालिख पोत दी। सिक्योरिटी गार्ड्स ने उन्हें रोका तो झड़प हो गई। जाते-जाते अनिल यादव धमकी देकर गए। उन्होंने कहा, ‘दिनेश प्रताप ने प्रियंका गांधी पर जो अभद्र टिप्पणी की है, उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हमारी नेता के खिलाफ कोई कुछ भी बोल देगा, स्वीकार नहीं करेंगे। अगर दिनेश प्रताप मिल जाते तो उनके चेहरे पर भी कालिख पोत देता।