मायावती ने भतीजे को चीफ नेशनल को-ऑर्डिनेटर बनाया
बसपा सुप्रीमो मायावती ने एक बार फिर भतीजे आकाश आनंद को बड़ी जिम्मेदारी दी है। आकाश को चीफ नेशनल को-ऑर्डिनेटर बनाया है। यह नंबर-2 की पोजिशन है। यानी, मायावती के बाद अब पार्टी में आकाश होंगे।
आकाश को अब तक का सबसे बड़ा पद दिया गया है। पार्टी ने पहली बार चीफ नेशनल को-ऑर्डिनेटर का पद बनाया है। इससे पहले आकाश नेशनल को-ऑडिनेटर थे।
बसपा तीन हिस्सों में बंटी है। उत्तर भारत, पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत। इसे तीन नेशनल को-ऑडिनेटर देखते हैं। तीन नेशनल को-ऑडिनेटर राजा राम, रामजी गौतम और रणधीर सिंह बेनीवाल हैं। अब ये तीनों आकाश को रिपोर्ट करेंगे।
16 महीने में मायावती ने आकाश को दो बार नेशनल को-ऑर्डिनेटर और उत्तराधिकारी बनाया था। लेकिन, दोनों ही बार हटा दिया गया।
आकाश को 3 मार्च को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। 40 दिन बाद, सार्वजनिक रूप से माफी मांगने के बाद मायावती ने उन्हें पार्टी में वापस लिया था। इसके बाद से ही उन्हें पार्टी में बड़ा पद मिलने की संभावना जताई जा रही थी।
करीब एक साल बाद रविवार को दिल्ली में बसपा की ऑल इंडिया मीटिंग हुई। इसमें मायावती के साथ आकाश आनंद भी शामिल हुए। वह मायावती के पीछे-पीछे मीटिंग हॉल तक पहुंचे। मायावती के कुर्सी पर बैठने तक आकाश साइड में खड़े रहे।
बसपा की बैठक में मौजूद सभी राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों, मंडल को-ऑर्डिनेटरों और प्रभारी नेताओं की मौजूदगी में मायावती ने आकाश के नाम का ऐलान किया। उन्होंने कहा-
आकाश को फिर से प्रमुख जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्हें पार्टी के भविष्य के कार्यक्रमों की अगुवाई का दायित्व दिया गया है। इस बार उम्मीद है कि आकाश, पार्टी और मूवमेंट के हित में पूरी सावधानी और मिशनरी भावना से योगदान देंगे। वह खरे उतरेंगे।
आकाश आनंद बोले- बहनजी ने मेरी गलतियों को माफ किया, शुक्रिया रविवार देर शाम आकाश आनंद ने X पर पोस्ट किया। इसमें लिखा- बसपा की आल-इंडिया बैठक में शामिल होने का मौका मिला। सभी पदाधिकारियों को पूरे देश में पार्टी को मजबूत करने के लिए मायावती जी का मार्गदर्शन और जरूरी दिशा-निर्देश मिला।
बहनजी ने मुझे पार्टी के मुख्य नेशनल को-ऑर्डिनेटर पद की जिम्मेदारी दी है। मैं बहनजी का तहेदिल से आभार प्रकट करता हूं। उन्होंने मेरी गलतियों को माफ किया और एक अवसर दिया है। जिससे मैं बहुजन मिशन और मूवमेंट को मजबूत करने में अपना योगदान दूं। मैं बहनजी से वादा करता हूं कि पार्टी और मूवमेंट के हित में पूरी निष्ठा से काम करूंगा, कभी निराश नहीं करूंगा।
बसपा की बैठक में 3 फैसले
बिहार में अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान, यूपी-उत्तराखंड पर फोकस: बिहार में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में BSP अपने बलबूते पर चुनाव लड़ेगी। सभी 240 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में जनविरोधी सत्ता के विकल्प के रूप में BSP को स्थापित करने के लिए सभी कार्यकर्ताओं को “तन-मन-धन से जुटने” का निर्देश दिया गया।
बहुजन वालंटियर फोर्स (BVF) दोबारा एक्टिव होगी: बहुजन वालंटियर फोर्स (BVF) को दोबारा से पार्टी में सक्रिय करने का फैसला लिया गया है। प्रदेशों में जिला और सेक्टर स्तर पर कमेटियां गठित की जाएगी। दलित उत्पीड़न और महापुरुषों की प्रतिमा के अपमान पर फील्ड विजिट और कानून-सम्मत विरोध किया जाएगा।
ऑपरेशन सिंदूर की तारीफ की: पहलगाम में आतंकी हमले के जवाब में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की मायावती ने तारीफ की। कहा- भारत को पाकिस्तान की परमाणु धमकियों से डरने की जरूरत नहीं। कश्मीर पर किसी तीसरे पक्ष का दखल मंजूर नहीं होगा। वहीं, मध्य प्रदेश में मंत्री विजय शाह और सपा नेता रामगोपाल यादव के बयानों को “सेना का अपमान” बताते हुए कार्रवाई की मांग की।