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मुरादाबाद : देवरानी ने ब्वॉयफ्रेंड से कटवाया जेठानी का गला

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मुरादाबाद में अपने ब्वॉयफ्रेंड से जेठानी सीमा का गला कटवाने वाली सुधा बुधवार को सलाखों में पहुंच गई है। उसका प्रेमी लिटिल भी उसके साथ जेल में बंद है। जेल जाने से पहले सुधा और उसके प्रेमी ने इस वारदात के बारे में पुलिस को विस्तार से पूरा घटनाक्रम बयां किया। घटना की वजह के बारे में भी सुधा बेबाकी से बोली।

आइए आपको पढ़वाते हैं मुरादाबाद के कांठ थाने में आने वाले गांव दरियापुर में हुए हुए सीमा हत्याकांड की पूरी कहानी। कैसे रची नई नवेली देवरानी ने जेठानी की हत्या की साजिश और आखिर कैसे ये खूनी जोड़ा पुलिस की गिरफ्त में आया?

मुरादाबाद में अपने ब्वॉयफ्रेंड से जेठानी सीमा का गला कटवाने वाली सुधा बुधवार को सलाखों में पहुंच गई है। उसका प्रेमी लिटिल भी उसके साथ जेल में बंद है। जेल जाने से पहले सुधा और उसके प्रेमी ने इस वारदात के बारे में पुलिस को विस्तार से पूरा घटनाक्रम बयां किया। घटना की वजह के बारे में भी सुधा बेबाकी से बोली।

आइए आपको पढ़वाते हैं मुरादाबाद के कांठ थाने में आने वाले गांव दरियापुर में हुए हुए सीमा हत्याकांड की पूरी कहानी। कैसे रची नई नवेली देवरानी ने जेठानी की हत्या की साजिश और आखिर कैसे ये खूनी जोड़ा पुलिस की गिरफ्त में आया? पुलिस पूछताछ में लिटिल और सुधा ने बताया- शादी के बाद भी सुधा अपने प्रेमी लिटिल को भुला नहीं सकी थी। दोनों के बीच अवैध संबंध सुधा की शादी के बाद भी कायम रहे। सुधा मायके जाती तो लिटिल से मिलती थी। इसके अलावा लिटिल भी किसी न किसी बहाने सुधा की ससुराल में जाकर चोरी-छुपे उससे मिलता रहता था। सुधा की शादी को 7 महीने बीतने के बाद भी सुधा पूरी तरह से लिटिल के प्रभाव में थी।

सीमा को लग गई थी देवरानी सुधा के अफेयर की भनक लिटिल अक्सर सुधा से मिलने के लिए उसकी ससुराल आता था। वह गांव के बाहर जंगल में छुपकर तब तक वेट करता था, जब तक सुधा उसे फोन पर ग्रीन सिग्नल नहीं देती थी। जैसे ही घर के पुरुष खेतों पर काम करने चले जाते थे और जेठानी सीमा किसी काम से गांव में इधर-उधर जाती थी। तभी सुधा लिटिल को फोन करके घर बुला लेती थी। यहां भूसे की कोठरी में दोनों की मुलाकातें होती थीं। लेकिन, चोरी-छिपे चल रही देवरानी की इस लव स्टोरी के बारे में करीब 2 महीना पहले सीमा को भनक लग गई थी। उसने कई बार लिटिल को घर के आसपास चक्कर लगाते देख लिया था।

पकड़े जाने के बाद सुधा ने पुलिस को बताया- जेठानी सीमा ने उसका जीना मुश्किल कर दिया था। सुधा बोली- जेठानी मेरे और लिटिल के संबंधों के बारे में जान गई थी। इसके बाद वो लगातार ताने देती रहती थी। मेरे पति के कान भी भरती थी। कहती थी कि तेरे पेट में मेरे देवर का नहीं, बल्कि तेरे यार का बच्चा पल रहा है। जेठानी के चढ़ाने पर मेरा पति सौरभ भी मुझे इसी बात के ताने देता था। सीमा ने मेरी जिंदगी नरक कर दी थी। मेरे पास उसे रास्ते से हटाने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं बचा था।

सुधा ने पुलिस पूछताछ में बताया कि जब उससे जेठानी के ताने बर्दाश्त नहीं हुए तो उसने अपने प्रेमी लिटिल कुमार से कहा कि या तो वो उसे (सुधा को) अपने साथ लेकर जाए या जेठानी सीमा को रास्ते से हटाए। सुधा के कहने पर लिटि​​​​​ल ने सीमा को रास्ते से हटाने की योजना बना ली।

उसने कहा कि वो सीमा के साथ ऐसा करेगा कि वो कहीं मुंह दिखाने लायक नहीं रहेगी। पहले लिटिल की योजना सीमा के साथ गलत हरकत करके उसका मुंह बंद करने की थी। लेकिन, सीमा के विरोध की वजह से वो इसमें कामयाब नहीं हो सका।

लिटिल कुमार ने पुलिस पूछताछ में बताया- 14 अक्टूबर को उसकी सुधा से फोन पर कई बार बात हुई। प्लानिंग के तहत मैं उस दिन सुबह ही सुधा की ससुराल दरियापुर पहुंच गया। सुधा के फोन का वेट करने लगा। सुबह करीब 9 बजे जब सुधा का पति, ससुर, जेठ और देवर खेतों पर काम करने चले गए तो सुधा ने मुझे कॉल किया। इस दौरान सुधा की जेठानी सीमा गांव की दुकान पर सर्फ की थैली लेने गई थी। तभी मुझे सुधा ने घर के अंदर बुला लिया। मैं भूसे वाले कमरे में जाकर छुपकर बैठ गया।

लिटिल ने पुलिस पूछताछ में कहा- ​​​​​दुकान से लौटने के कुछ देर बाद सीमा भूसा लेने के लिए भूसे वाले कमरे में आई थी। तभी मैंने उसे पीछे से पकड़ लिया। तुरंत ही सुधा भी आ गई। हम दोनों ने मिलकर सीमा का गला कमरे में पड़ी दरांती से काट दिया। लेकिन, दरांती का बेंत टूटा होने के कारण सीमा का गला अच्छे से नहीं कटा था। इसलिए सुधा ने पीछे से सीमा के हाथ पकड़ लिए। तभी मैंने अपने हाथ में लिए चाकू से सीमा का गला काट दिया। सीमा वहीं पर गिर गई। तभी मैंने और सुधा ने सीमा का गला मरते दम तक दबाए रखा था। जब हमें विश्वास हो गया कि सीमा मर गई है, तब हमने सीमा को भूसे वाले कमरे में ही डाल दिया। लिटिल ने पुलिस पूछताछ में कहा- घटना के बाद भूसे वाले कमरे के गेट पर काफी खून पड़ा था। जिसे सुधा ने खुरपी से और मैंने वहीं रखे फावड़े से खुरचकर वहीं पर रख दिया। सुधा के सफेद कपड़ों में खून लग गया था । मेरे भी हाथ और कपड़े खून से सन गए थे। इसके बाद मैं सुधा के बाथरूम में जाकर हाथ-मुंह धोने के बाद चाकू और टूटे बेंत वाली दरांती को लेकर भाग गया था। चाकू और टूटी दरांती मैंने रास्ते में एक झाड़ी में फेंक दिया था।

लिटिल ने पुलिस को बताया कि उसने सुधा के हाथ पैर नहीं बांधे थे। घटना काे दूसरा रूप देने के लिए खुद सुधा ने ही अपने हाथ-पैर बांधे थे। उसी ने ये कहानी बनाई थी कि घर में घुसे हत्यारे जेठानी की हत्या कर गए और उसे नशे का इंजेक्शन लगाकर बेहोश करने के बाद घर में हाथ-पैर बांधकर डाल गए।

बता दें कि घटना वाले दिन वारदात के बाद सीमा और सुधा घर पर अकेली थीं। सास बेटी के घर गई थी और परिवार के पुरुष खेतों पर काम करने गए थे। जबकि सीमा के बच्चे स्कूल गए थे। उसका एक मासूम बच्चा घर में पालने में था।

जेठानी की हत्या कराने के बाद पुलिस को गुमराह करने के लिए कहानियां गढ़ने वाले सुधा को उसके मोबाइल फोन ने ही पकड़वा दिया। पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू की तो सबसे पहले शक के दायरे में सुधा ही थी। पुलिस ने सुधा के मोबाइल की डिटेल निकाली तो पता चला कि वो अपने मायके में रहने वाले लिटिल से रोज बातें करती थी। घटना वाले दिन भी उसकी उसकी अपने प्रेमी लिटिल कुमार से 25 बार बात हुई थी। बेहोशी का नाटक करके अस्पताल में भर्ती होने वाली सुधा से जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो उसने वारदात का पूरा राज उगल दिया।

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