पितृ पक्ष में किस तिथि पर करना है अपने पितरों के लिए तर्पण-श्राद्ध? कैसे करें पता?
8 सितंबर दिन सोमवार से होगा. पंचांग के अनुसार आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि से लेकर अमावस्या तक पितृ पक्ष होता है. यह पितरों की पूजा और उनको प्रसन्न करने का पर्व है. इसमें लोग अपने पितरों के लिए तर्पण, पिंडदान, श्राद्ध, दान, पंचबलि कर्म, भोज आदि करते हैं. पितृ दोष निवारण के उपायों के लिए भी पितृ पक्ष बहुत ही उत्तम समय माना गया है. पितरों की तिथि पर ही उनके लिए तपर्ण, श्राद्ध आदि करते हैं. पितृ पक्ष में अपने पितरों के लिए तर्पण, श्राद्ध, दान आदि कब करना है? किस तिथि को उनके लिए तर्पण किया जाए? यदि इसके बारे में जानकारी नहीं है तो तर्पण, श्राद्ध आदि कैसे होगा?
पितरों के तपर्ण-श्राद्ध की तिथि कैसे पता करें?
हिंदू धर्म शास्त्रों में पितरों की पूजा, तर्पण, श्राद्ध आदि के लिए एक निश्चित समय निर्धारित है, जो पितृ पक्ष कहलाता है. पितृ पक्ष 14 से 16 दिनों का हो सकता है. पितृ पक्ष में कुल 15 तिथियां होती हैं. जो आश्विन कृष्ण प्रतिपदा से लेकर आश्विन कृष्ण अमावस्या तक हैं. इसमें लोग अपने पिता, मां, दादा, दादी, नाना, नानी आदि रिश्तेदारों और परिवार के सदस्यों के लिए तर्पण, श्राद्ध, दान आदि करते हैं.
जब किसी का निधन होता है तो उस दिन कोई न कोई तिथि अवश्य होती है. इसको जानने के लिए आप पंचांग की मदद ले सकते हैं. उदाहरण के लिए आज 4 सितंबर 2025 को किसी का निधन होता है तो पंचांग के अनुसार आज भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि है. इस आधार पर उस व्यक्ति के निधन की तिथि द्वादशी हुई.
अब आपको पितृ पक्ष में उसके लिए तर्पण, श्राद्ध आदि कर्म करना है तो आप पितृ पक्ष की द्वादशी तिथि का चुनाव करेंगे. हर बार पितृ पक्ष में द्वादशी तिथि को ही उसके लिए तर्पण, पिंडदान, श्राद्ध आदि होगा. पितृ पक्ष की द्वादशी तिथि का अर्थ है आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की द्वादशी तिथि.
सालभर में किसी भी माह के किसी भी पक्ष की किसी भी तिथि को में निधन हुआ हो, उस व्यक्ति के लिए तर्पण, श्राद्ध आदि पितृ पक्ष की उस तिथि पर ही होगी, अगर उस व्यक्ति की अकाल मृत्यु न हुई हो तो.
2025 पितृ पक्ष में कौन सी तिथि कब है?
पंचांग की मदद से आप पितृ पक्ष की प्रतिपदा तिथि से लेकर अमावस्या तिथि की तारीखों के बारे में जान सकते हैं. आपकी सुविधा के लिए इस साल के पितृ पक्ष की सभी तिथियों के बारे में जानकारी दी गई है.
पितृ पक्ष की प्रतिपदा तिथि श्राद्ध- 8 सितंबर, सोमवार
पितृ पक्ष की द्वितीया तिथि श्राद्ध- 9 सितंबर, मंगलवार
पितृ पक्ष की तृतीया तिथि श्राद्ध- 10 सितंबर, बुधवार
पितृ पक्ष की चतुर्थी तिथि श्राद्ध- 10 सितंबर, बुधवार
पितृ पक्ष की पंचमी तिथि श्राद्ध- 11 सितंबर, गुरुवार
पितृ पक्ष की षष्ठी तिथि श्राद्ध- 12 सितंबर, शुक्रवार
पितृ पक्ष की सप्तमी तिथि श्राद्ध- 13 सितंबर, शनिवार
पितृ पक्ष की अष्टमी तिथि श्राद्ध- 14 सितंबर, रविवार
पितृ पक्ष की नवमी तिथि श्राद्ध- 15 सितंबर, सोमवार
पितृ पक्ष की दशमी तिथि श्राद्ध- 16 सितंबर, मंगलवार
पितृ पक्ष की एकादशी तिथि श्राद्ध- 17 सितंबर, बुधवार
पितृ पक्ष की द्वादशी तिथि श्राद्ध- 18 सितंबर, गुरुवार
पितृ पक्ष की त्रयोदशी तिथि श्राद्ध- 19 सितंबर, शुक्रवार
पितृ पक्ष की चतुर्दशी तिथि श्राद्ध- 20 सितंबर, शनिवार
पितृ पक्ष की अमावस्या तिथि या सर्व पितृ अमावस्या श्राद्ध तिथि- 21 सितंबर, रविवार