पावटा : भैंसलाना में क्षतिग्रस्त एवं जर्जर अवस्था में पेयजल टंकी, ग्रामीण गंदा पानी पीने को मजबुर
पावटा (राजेश कुमार हाडिया)। एक ओर जहाँ केन्द्र व राज्य सरकार नल से जल जैसे नारे देकर घर-घर पानी पहुँचाने की विभिन्न योजनाओं के संचालन का दम्भ भरती है। वहीं दुसरी ओर निकटवर्ती ग्राम भैंसलाना के ग्रामीण पीने के शुद्ध एवं स्वच्छ पेयजल के लिये भारी परेशानी का सामना कर रहे है। ग्रामीण धर्मसिंह भैंसलाना, हेमराज सिंह, ओमप्रकाश सिंह व आकाश पारीक आदि ने बताया कि भैंसलाना में पीएचईडी विभाग द्वारा वर्ष 1990 में पानी की टंकी बनाई गई थी।
जो पिछले 30 वर्ष से अधिक समय में क्षतिग्रस्त होकर आज बेहद जर्जर अवस्था में है। पहाड़ी पर बनी इस टंकी से गाँव में पानी की सप्लाई की जाती है लेकिन इस क्षतिग्रस्त टंकी में जहाँ जाले लगे हुये है। वहीं किड़े, मकोड़े एवं गंदगी का ढ़ेर है। जिससे ग्रामीण गंदा पानी पीने को ही मजबुर है अन्यथा उन्हें कई किलोमीटर दूर से पीने का पानी लाना पड़ता है या फिर निजी खर्च से टैंकरों द्वारा पानी भरवाना पड़ता है। इसकी शिकायत कई बार पीएचईडी विभाग एवं ग्राम पंचायत से लेकर सांसद तक की जा चुकी है लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ। ग्रामीणों ने बताया कि विगत फरवरी 2023 में नई टंकी के निर्माण के टैंडर जारी किये जा चुके है लेकिन अभी तक पानी की टंकी का निर्माण शुरू नहीं हुआ है। ग्रामीणों ने कहा कि अगर जल्द ही उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो उन्हें मजबूरन आन्दोलन करने को विवश होना पड़ेगा।