Religion

मिथुन, कर्क, सिंह, कुंभ राशिवाले रहें सावधान!

11 अगस्त 2025 को बुध कर्क राशि में मार्गी होगा. बुध ग्रह भावनात्मक और जलीय राशि कर्क में गोचर करेगा. यह गोचर संचार शैली, सोच और भावनात्मक अभिव्यक्ति में विशेष परिवर्तन लाएगा. कर्क राशि संवेदनशीलता, मातृत्व, सुरक्षा और भावनाओं से जुड़ी है. बुध के इस राशि में प्रवेश करने पर व्यक्ति भावनात्मक रूप से सोचने लगता है, अर्थात् बुद्धि और भावना का मिलन होता है. इस अवधि में तर्क से ज़्यादा अंतर्ज्ञान और हृदय की आवाज़ हावी होती है. बातचीत में संवेदनशीलता, कोमलता और भावनात्मक लगाव देखा जाता है. लोग अपने विचारों को कोमल और भावनात्मक शब्दों में व्यक्त करते हैं, जिससे रिश्तों में आत्मीयता बढ़ सकती है. यह समय पारिवारिक मामलों, मातृत्व, रिश्तों और मन की शांति पर केंद्रित रहेगा. हालाँकि, निर्णय लेने पर भावनाओं का अधिक प्रभाव पड़ सकता है, जिससे निर्णय लेने की क्षमता थोड़ी प्रभावित हो सकती है. बुध की बदली चाल से 4 राशिवालों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, जबकि 2 राशियों पर मिलाजुला असर हो सकता है.

बुध मार्गी का राशियों पर नकारात्मक प्रभाव

मिथुन: बुध मिथुन की राशि का स्वामी है और कर्क राशि में बुध का गोचर आपके वित्तीय निर्णयों और आत्मसम्मान को प्रभावित करेगा. आप अपने मूल्य, धन और भौतिक आवश्यकताओं पर गंभीरता से विचार करेंगे. परिवार पर खर्च करने की आपकी प्रवृत्ति बढ़ सकती है, लेकिन साथ ही, आपको अपने संसाधनों का विवेकपूर्ण उपयोग करना सीखना होगा. आपकी वाणी भावनात्मक रूप से प्रभावशाली रहेगी, जिससे आपके शब्द दूसरों को प्रभावित कर सकते हैं.

कर्क: बुध कर्क राशि के प्रथम भाव में गोचर करेगा, जिसका सीधा प्रभाव आपकी सोच, व्यक्तित्व और अभिव्यक्ति पर पड़ेगा. आप अपने विचारों को अत्यधिक भावुकता और संवेदनशीलता से व्यक्त करेंगे. यह समय आत्मनिरीक्षण, आत्मविश्वास और आत्म-अभिव्यक्ति के लिए अत्यंत अनुकूल है. लोग आपके शब्दों से प्रभावित हो सकते हैं क्योंकि वे आपकी भावनाओं की सच्चाई को दर्शाते हैं. हालाँकि, आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आप भावुकता में कोई गलत निर्णय न लें.

सिंह: बुध सिंह राशि के द्वादश भाव में गोचर करेगा, जिसके कारण आंतरिक गतिविधियां और अवचेतन विचार प्रमुख रहेंगे. आप अपनी भावनाओं को शब्दों में व्यक्त करने के बजाय उन्हें अपने भीतर महसूस करना पसंद करेंगे. यह समय ध्यान, साधना और गहन मानसिक समझ के लिए उपयुक्त है. कुछ पुराने अध्ययन या अधूरी बातचीत भी फिर से शुरू हो सकती है. गुप्त शत्रुओं और फिजूल खर्चों से सावधान रहें.

कुंभ: बुध कुंभ राशि के छठे भाव में गोचर कर रहा है, जो स्वास्थ्य, दिनचर्या और कार्य से संबंधित है. आप अपने स्वास्थ्य और दिनचर्या के प्रति अधिक सचेत रहेंगे. कार्यस्थल पर संवाद अधिक भावनात्मक हो सकता है, इसलिए संतुलन बनाए रखना महत्वपूर्ण है. सहकर्मियों के साथ सहयोग की भावना विकसित होगी. कार्यस्थल की समस्याओं को सुलझाने और मानसिक शांति बनाए रखने के लिए यह समय अनुकूल है.

मेष: बुध के कर्क राशि में गोचर के साथ मेष के पारिवारिक और घरेलू जीवन की गतिविधियां केंद्र में रहेंगी. इस समय आप अपने घर, माता-पिता या संपत्ति से जुड़े मामलों पर विशेष ध्यान देंगे. आप भावनात्मक रूप से अधिक संवेदनशील हो सकते हैं, जिससे छोटी-छोटी बातों पर प्रतिक्रिया हो सकती है. परिवार के साथ संवाद बेहतर होगा, लेकिन आपको अपनी राय खुलकर और स्पष्ट रूप से व्यक्त करनी होगी.

धनु: बुध गोचर धनु के अष्टम भाव में होगा, जो परिवर्तन, रहस्य और गुप्त धन से संबंधित है. इस समय आपकी सोच गहन और विश्लेषणात्मक होगी. आप मनोविज्ञान, ज्योतिष या आध्यात्मिक विषयों की ओर आकर्षित हो सकते हैं. पैतृक संपत्ति या बीमा जैसे विषयों पर बातचीत हो सकती है. अपने डर और असुरक्षाओं को खुलकर स्वीकार करने से आपकी आंतरिक शक्ति में वृद्धि हो सकती है.

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