बुलंदशहर में प्रदूषण गंभीर, ग्रेप-3 लागू
बुलंदशहर और खुर्जा में वायु गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ श्रेणी में पहुंच गई है। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने बुधवार से ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) का तीसरा चरण लागू कर दिया है। इसके तहत आवश्यक परियोजनाओं को छोड़कर सभी निर्माण और ध्वस्तीकरण कार्यों पर प्रतिबंध रहेगा। जिले में पिछले चार दिनों से वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 300 से अधिक बना हुआ है। मंगलवार को यह 350 के पार चला गया था, जिससे लोगों को सांस लेने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।
ग्रेप-3 के तहत कई गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाए गए हैं। इनमें मिट्टी खोदना, खुले में कंक्रीट संयंत्रों का संचालन, और ध्वस्तीकरण कार्य शामिल हैं। बीएस-3 पेट्रोल और बीएस-4 डीजल वाहनों के संचालन पर भी रोक रहेगी। कच्ची सड़कों पर रेत और सीमेंट जैसी निर्माण सामग्री का परिवहन प्रतिबंधित होगा। स्टोन क्रशर, खनन और स्वच्छ ईंधन से नहीं चलने वाले हॉट-मिक्स संयंत्र भी बंद रहेंगे। आपातकालीन और आवश्यक सेवाओं को छोड़कर, डीजल जनरेटर सेट के संचालन पर भी प्रतिबंध रहेगा। सड़कों की यांत्रिक सफाई और धूल नियंत्रण के उपाय तेज किए जाएंगे।
एडीएम वित्त अभिषेक सिंह ने बताया कि ग्रेप का तीसरा चरण लागू कर दिया गया है। उन्होंने सभी विभागीय अधिकारियों को ग्रेप-3 के प्रतिबंधों का पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए भी कार्य किए जा रहे हैं।

