Raja Raghuvanshi News: राजा रघुवंशी MP का, सोनम पकड़ी गई यूपी में…
ग्वालियर / गाजीपुर / शिलॉन्ग. राजा रघुवंशी की शादी के 9 दिन बाद हनीमून के लिए पत्नी सोनम के साथ शिलॉन्ग के लिए तो निकला लेकिन फिर कभी लौट घर नहीं लौट सका. पति राजा की संदिग्ध मौत का आरोप किसी और पर नहीं बल्कि पत्नी सोनम पर ही लगा है. हालांकि पत्नी सोनम ने इस केस में अपने आप को हत्यारिन की जगह पीड़ित बताया है. उसका कहना है कि मुझे किडनैप किया गया था.
इस केस में अब कानूनी प्रक्रिया ने भी लोगों को उलझन में डाल दिया है. सोनम को यूपी के गाजीपुर से पकड़ा गया, फिर सवाल उठ रहा है कि जब मामला मध्य प्रदेश से जुड़ा है और महिला यूपी में मिली, तो मेघालय पुलिस क्यों उसे अरेस्ट करने पहुंच रही है? इस सवाल का जवाब कानून में है और ये स्टोरी इसी पेच को विस्तार से समझाते हैं.
राजा रघुवंशी मध्य प्रदेश के रहने वाले थे. कुछ ही दिन पहले सोनम के साथ उनकी शादी हुई थी. शादी के बाद दोनों हनीमून के लिए असम के कामाख्या मंदिर जाने की बात कहकर निकले थे, लेकिन बाद में वो मेघालय के शिलॉन्ग पहुंच गए.
शिलॉन्ग में राजा की संदिग्ध हालत में मौत हो गई. पोस्टमार्टम रिपोर्ट और घटनास्थल से हत्या की आशंका जताई गई. सोनम उस घटना के बाद अचानक गायब हो गईं. बाद में वह यूपी के गाजीपुर में ट्रेस की गईं और वहीं पकड़ी गईं.
हत्या शिलॉन्ग (मेघालय) में हुई है, यानी jurisdiction (क्षेत्राधिकार) मेघालय पुलिस का है. भारतीय दंड प्रक्रिया संहिता (CrPC) की धारा 156 और 166 के तहत अपराध जिस राज्य में होता है, उसकी पुलिस ही जांच और गिरफ्तारी का अधिकार रखती है. इसलिए सोनम की गिरफ्तारी के लिए मेघालय पुलिस को गाजीपुर (उत्तर प्रदेश) आना पड़ा, ताकि विधिवत ट्रांजिट रिमांड लेकर उसे शिलॉन्ग ले जाया जा सके.
क्या कहता है कानून?
CrPC की धारा 80 और 81 के अनुसार, अगर कोई अभियुक्त किसी दूसरे राज्य में पकड़ा जाता है, तो अपराध वाले राज्य की पुलिस वहां जाकर स्थानीय कोर्ट से ट्रांजिट रिमांड लेकर गिरफ्तार कर सकती है. बिना ट्रांजिट रिमांड अभियुक्त को दूसरे राज्य में ले जाना अवैध होता है. इसलिए मेघालय पुलिस अब कानूनी प्रक्रिया के तहत गाजीपुर कोर्ट से ट्रांजिट रिमांड लेगी और सोनम को शिलॉन्ग ले जाकर आगे की पूछताछ और जांच करेगी.
परिवार ने क्या कहा?
राजा रघुवंशी के भाई विपिन रघुवंशी ने साफ तौर पर कहा है कि राजा और सोनम की शादी अरेंज थी और दोनों खुश थे. पर जिस तरह से राजा की मौत हुई और सोनम का गायब होना. ये साफ संकेत है कि साजिश रची गई थी. अब अगर राज कुशवाहा का नाम जुड़ गया है, तो शक और गहराता है.
क्यों नहीं थी वापसी की तैयारी?
परिवार ने यह भी बताया कि दोनों ने कोई रिटर्न टिकट बुक नहीं किया था, जो कि सामान्य नहीं है. इससे यह अंदेशा और मजबूत होता है कि हनीमून नहीं, बल्कि कोई और योजना बनी थी.
मेघालय पुलिस गाजीपुर कोर्ट में पेश होकर सोनम के लिए ट्रांजिट रिमांड मांगेगी. इसके बाद सोनम को शिलॉन्ग ले जाया जाएगा. वहां से शुरू होगी पूछताछ, मोबाइल डेटा, कॉल रिकॉर्ड्स और राज कुशवाहा कनेक्शन की गहराई से जांच की जाएगी. मामला अगर गंभीर हुआ तो CBI जांच की सिफारिश भी हो सकती है जैसा कि परिवार मांग रहा है.