रामजीलाल सुमन की सुरक्षा में लगे डंडाधारी, कार में बेंत और डंडे लेकर चलेंगे
सपा सांसद रामजीलाल सुमन की सुरक्षा में लगे सुरक्षाकर्मियों के हाथों में अब डंडे नजर आएंगे। घर ही नहीं, रामजीलाल जब भी घर से बाहर निकलेंगे तो ये डंडाधारी उनके साथ चलेंगे। रास्ते में हमलावरों से निपटने के लिए इन सुरक्षाकर्मियों ने अब अपनी कारों में डंडे रखना शुरू कर दिया है।
राणा सांगा पर विवादित बयान के बाद करणी सेना का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक तरफ करणी सेना लगातार सपा सांसद को चुनौती दे रही है। वहीं, रामजीलाल भी लगातार उन्हें ललकार रहे हैं। 26 मार्च को सुमन के घर और 27 अप्रैल को उनके काफिले पर हमला हो चुका है।
दोनों ही हमलों की जिम्मेदारी करणी सेना ने ली है। इसके बाद सपा सांसद ने घर से निकलना नहीं छोड़ा है। 2 मई को जरूर दिन में पुलिस-प्रशासन ने उन्हें हाउस अरेस्ट कर दिया था। लेकिन, 3 मई को वे आगरा के फतेहाबाद दौरे पर निकले थे।
निजी सुरक्षाकर्मियों ने हमलावरों से निपटने का किया बंदोबस्त अलीगढ़-बुलंदशहर रोड पर काफिले पर हमले के बाद सुमन ने अपनी सुरक्षा व्यवस्था में बदलाव किया है। काफिले के साथ एस्कार्ट के रूप में यूपी पुलिस की गाड़ी तो है ही, दूसरी गाड़ियों में निजी सुरक्षाकर्मी साथ चल रहे हैं। वे भी बेंत और डंडों से लैस होकर।
आरोपियों ने नहीं हुई कोई गंभीर कार्रवाई रामजीलाल सुमन का कहना है कि हमले के आरोपियों पर भी पुलिस-प्रशासन ने कोई गंभीर कार्रवाई नहीं की है। आरोपियों को सिर्फ शांतिभंग की धारा-151 में पकड़ा गया। उन्हें उसी समय एसडीएम कोर्ट से जमानत भी दे दी गई।
पुलिस-प्रशासन चाहता तो इस धारा के तहत आरोपियों को लंबे समय तक हिरासत में ले सकता था। 29 युवकों ने पुलिस को पकड़ा था। लेकिन, उन्हें उसी रात छोड़ दिया गया।
रामजीलाल सुमन पर 27 अप्रैल को हुआ था हमला सपा सांसद रामजीलाल सुमन 27 अप्रैल को 20 गाड़ियों के काफिले के साथ आगरा से बुलंदशहर जा रहे थे। अलीगढ़ के खेरेश्वर चौराहे पर क्षत्रिय समाज के कुछ युवा सड़क पर उतर आए। उन्होंने रामजीलाल सुमन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।
इस पर काफिले की गाड़ियां तेजी से भागने लगीं। इसके चलते करीब 500 मीटर आगे जाकर काफिले की गाड़ियां आपस में टकरा गईं। अलीगढ़ के गभाना में हाईवे से पहले अचानक रामजीलाल सुमन के काफिले पर युवकों ने टायर फेंकने शुरू कर दिए थे।