संभल : 46 साल बाद महादेव मंदिर में श्रृंगार-आरती, तीसरे दिन कुएं से पार्वती, गणेश और कार्तिकेय की मूर्तियां मिलीं
संभल में 46 साल बाद महादेव मंदिर का विशेष श्रृंगार किया गया। इस दौरान भक्तों की भारी भीड़ ने आरती उतारी। शिव मंदिर खुलने के तीसरे दिन कुएं से 3 मूर्तियां मिली। ये पार्वती, गणेश और कार्तिकेय की मूर्तियां हैं।
कुएं की खुदाई के बाद निकली मिट्टी को महिलाएं अपने साथ ले जा रही हैं। महिलाओं का कहना है कि वह घर ले जाकर इस मिट्टी में तुलसी का पौधा लगाएंगी।
इधर, शिव मंदिर से संभलेश्वर शब्द को मिटा दिया गया है। सुबह सिंदूर से मंदिर की दीवार पर संभलेश्व महादेव मंदिर लिखा गया था। पुजारी ने दावा किया कि यह मंदिर कार्तिकेय महादेव मंदिर के नाम से दर्ज है।
सोमवार सुबह से मंदिर में पूजा-पाठ चल रही है। भाजपा जिला अध्यक्ष हरेंद्र सिंह ने मंदिर में पूजा-अर्चना की। कहा- कश्मीर के पंडितों का दर्द सबने सुना है, अब संभल के हिंदुओं का दर्द भी सामने आना चाहिए।
इधर, मंदिर की साफ-सफाई और रंग-रोगन का काम अब भी चल रहा है। एसपी कृष्ण विश्नोई ने बताया कि मंदिर के आसपास CCTV लगाए गए हैं। कंट्रोल रूम बनाया जा रहा है। यहां 24 घंटे सुरक्षा रहेगी। श्रद्धालुओं की मॉनिटरिंग की जा रही है, जिससे कोई अराजक तत्व यहां न आ सके।
मंदिर के सामने आने के बाद सीएम योगी ने कहा कि संभल नरसंहार के दरिंदों को सजा क्यों नहीं मिली, जिन्होंने 46 वर्ष पहले संभल में नरसंहार किया था।
संभल के कार्तिकेश्वर महादेव मंदिर के बराबर में मुस्लिम के 3 मकान हैं। पुलिस और राजस्व विभाग की टीम नक्शा लेकर वहां पहुंची। मकानों की नपाई की। मंदिर के आसपास अतिक्रमण है। बुर्ज के ऊपर मकान का छज्जा निकला हुआ है। इस दौरान एएसपी श्रीश्चंद्र भी पुलिस फोर्स के साथ वहां मौजूद थे।
संभल में 46 साल बाद खुले ऐतिहासिक शिव मंदिर का आज विशेष श्रृंगार किया गया। आज मंदिर परिसर के पुराने कुएं से मां पार्वती, भगवान गणेश और भगवान कार्तिकेय की मूर्तियां मिलीं। उनके ऐतिहासिक महत्व का आकलन किया जा रहा है।
मूर्तियां मिलने के बाद कुएं के आसपास बैरिकेडिंग कर दी गई है। सुरक्षा के लिए बल्ली की बाड़ बनाई गई है। श्रद्धालुओं में उत्साह और आस्था का माहौल है। शिवलिंग का श्रृंगार विशेष रूप से किया गया। जिसमें श्रद्धालु शामिल हुए।
संभल की घटना पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने कहा- सपा इस मुद्दे को इसलिए तूल दे रही है, ताकि सरकार संभल की घटना के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ उचित कार्रवाई न कर सके।
सपा का एजेंडा सिर्फ अराजकता फैलाना है। इस समय अखिलेश यादव और राहुल गांधी के बीच प्रतिस्पर्धा चल रही है कि अल्पसंख्यकों का ज्यादा हितैषी कौन है। जनता ने हमें जनहित के मुद्दे उठाने के लिए चुना है।