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सौरभ तंत्र-मंत्र में नहीं, अफेयर में मारा गया, मेरठ पुलिस ने फाइनल की चार्जशीट

देशभर में चर्चित रहे मेरठ के सौरभ हत्याकांड की चार्जशीट फाइनल हो गई है। इसमें लिखा गया है कि सौरभ की हत्या लव अफेयर के चक्कर में हुई थी। साहिल ने तंत्र-मंत्र के चक्कर में सौरभ को नहीं मारा।

मेरठ पुलिस ने चार्जशीट में माना है कि नीले ड्रम में नहीं, पहले लाश को सूटकेस में पैक करके फेंकने की प्लानिंग थी। एक हड्‌डी का टुकड़ा सूटकेस में मिला भी था।

18 मार्च को लंदन में तैनात मर्चेंट नेवी के अफसर सौरभ राजपूत की हत्या हुई थी। पुलिस ने उसकी पत्नी मुस्कान और उसके बॉयफ्रेंड साहिल को अरेस्ट किया। दोनों ने मिलकर सौरभ की लाश को 4 हिस्सों में काटा था। फिर एक नीले ड्रम में सीमेंट से बॉडी के पार्ट जमा दिए थे।

मेरठ पुलिस ने चार्जशीट तैयार करने के लिए 40 दिन का टारगेट सेट किया था। रिपोर्ट तैयार करके ACP ऑफिस को दे दी गई है। अब 14 मई से पहले चार्जशीट कोर्ट में पेश की जाएगी, क्योंकि मुस्कान और साहिल की न्यायिक रिमांड की सुनवाई भी इन्हीं तारीखों में होगी। पुलिस ने मुस्कान और साहिल पर क्या आरोप माने

पुलिस ने चार्जशीट में मुस्कान और साहिल के बयान शामिल किए हैं। उन्होंने पहली मुलाकात पर एक जैसे बयान दिए। कहा कि हम 8वीं क्लास तक एक ही स्कूल में साथ पढ़े हैं। फिर मुस्कान की शादी के बाद हमारी दोबारा मुलाकात हुई। सौरभ मेरठ में नहीं रहता था, इसलिए मुस्कान जल्दी मेरे करीब आ गई। हम दोनों ही सौरभ को मारना चाहते थे। हमनें प्लान बनाया, जिसको 3 मार्च को पूरा कर पाए।

जांचकर्ता ने तंत्र-मंत्र को लेकर भी सवाल किए, लेकिन साहिल ने कबूल नहीं किया। पुलिस को साहिल के कमरे की पेटिंग के अलावा, कोई और साक्ष्य भी नहीं मिले। ऐसे में इस कत्ल के पीछे लव अफेयर को ही माना गया है।

मुस्कान-साहिल दोनों ने अपने बयानों में कहा कि सबसे पहले सौरभ शाम को अपने किराए वाले घर पर पहुंचा। मुस्कान ने खाने में नशीली दवा मिलाकर सौरभ को खिला दी। सौरभ जब बेहोश हो गया, तब मुस्कान ने फोन करके बॉयफ्रेंड साहिल को घर बुलाया। इसके बाद साहिल और मुस्कान वहां पहुंचे, जहां बेड पर सौरभ बेहोश पड़ा था।

इसके बाद साहिल-मुस्कान ने मिलकर सौरभ के सीने में चाकू घोंप दिया। इससे उसकी मौत हो गई। इसके बाद सौरभ की लाश को साहिल उठाकर बाथरूम में ले गया। वहां उस्तरे और चाकू की मदद से सौरभ की लाश के 4 टुकड़े किए। सिर को गर्दन से अलग किया। दोनों हाथों को कलाई से काटकर अलग कर दिया।

जांच में सामने आया कि मुस्कान और साहिल सौरभ की लाश को सीमेंट के घोल में सील करने वाले नहीं थे। उनका प्लान तो लाश को सूटकेस में भरकर गंगानगर के नाले में फेंकने का था। दोनों इसकी तैयारी भी कर चुके थे। लेकिन, सूटकेस का प्लान लास्ट टाइम पर फेल हो गया। तब 4 मार्च की सुबह नीले ड्रम में लाश को सील किया गया।

मुस्कान-साहिल ने लाश और हत्या के सबूत मिटाने के लिए चाकू और उस्तरा भी ड्रम में डालकर पैक कर दिया। ड्रम में सौरभ की लाश डाली। उसके साथ कटी हुई दोनों कलाइयां रखीं। तकिए के एक कवर में सौरभ का सिर रखा। इसी में उस्तरा और चाकू भी रख दिया। उसके ऊपर सीमेंट-रेत का घोल मिलाकर नीले ड्रम में डाल दिया। ऊपर से ड्रम का ढक्कन लगा दिया। खून से सनी चादर और सूटकेस को बेड बॉक्स में नीचे छिपा दिया।

पुलिस ने घंटाघर के ड्रम विक्रेता सैफुद्दीन और शारदा रोड पर नेशनल सीमेंट दुकान के संचालक से भी पूछताछ की। इसमें पता चला कि 4 मार्च की सुबह मुस्कान-साहिल दोनों ही पहले सैफुद्दीन की दुकान पर ड्रम खरीदने गए। दोनों ने कहा कि हमें अनाज स्टोर करना है। इसके बाद शारदा रोड से 1 बोरी सीमेंट और 3 बोरी रेत खरीदी, फिर घर पहुंचे। ड्रम विक्रेता और सीमेंट दुकान संचालक दोनों ने मुस्कान-साहिल की पहचान भी की है।

शारदा रोड पर सिंघल बर्तन सेंटर के संचालक का बयान भी चार्जशीट का हिस्सा बनाया गया है। इसमें उन्होंने कहा कि दुकान पर काफी ग्राहक आते हैं, हर किसी को पहचानना संभव नहीं। लेकिन जब मुस्कान का फोटो दिखाया गया, तो उन्होंने कहा कि हां यह युवती मेरे यहां से फल काटने वाला चाकू लेकर गई थी। कहा था कि घर में सब्जी-फल काटने हैं, इसलिए चाकू चाहिए।

Umh News india

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